1ºसरकारी संपति बिक रही है.
देश प्राइवेट हाथों में जा रहा है. जंहा 4 आदमियों की जरूरत होती है, प्राइवेट वाले 1 आदमी को रखते हैं, उसे भी इतना preshusherlise करते हैं कि वह काम छोड़ने को मजबूर हो जाता है। क्योंकि देश मे बेरोजगारी इतनी हो गयी है कि एक की जगह हजारों आदमी कम तनख्वाह पर तैयार हो जाएं गे। प्राइवेट को टक्कर देने के लिए सरकार का भी उस sector मे होना जरूरी है।
E.g. BSNL पर सरकार ने ध्यान ही नहीं दिया। इस लिए BSNL देश मे no.4 Last पर है। agar एक प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी 5 सालों में no.1 हो सकती है तो आप भी 8 साल से सरकार चला रहे है। फिर BSNL केसे डूब गयी, जबकि सारा इन्फ्रास्ट्रक्चर लगा हुआ था। इसी प्रकार देश की बाकी संपति को भी आप ने सम्भालाना था, पर आप ने सरकारी संपति को कम कर और देश में पहले से चल रही private Company को बंद कर देश मे बेरोजगारी को बढ़ावा दिया है।
आप के इसी तजुर्बे को देखते हुए शायद किसानों को बर्बाद होने का डर लग रहा है।
क्योंकि चुनावों में हर किसी राजनीतिक पार्टी को Corporate घरानों से पैसा आता है, किसानों और मजदूरों से नहीं..