हमास से सीजफायर के बाद इजरायल ने भारत को लेकर क्या कहा?

हमास से संघर्षविराम पर इजरायल ने भारत से क्या कहा

           

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#savenoorfatima
बीकानेर की बेटी नूर फातिमा की अगर आप मदद कर सकते है तो इनका सहयोग करें। बच्ची को SMN नाम की बीमारी है जिसके लिए जोलगेसिमा नामक इंजेक्शन लगेगा जिसकी लागत 21 लाख डॉलर (16 करोड़) रुपए है यदि भारत की 135 करोड जनता मे से 16 करोड जनता 1रपये सब खाते मे डाले तो असानी से मदद हो जाएगी आशा है आप इस परिवार की दुख की घड़ी में साथ देंगे
इसलिए मदद की गुहार
जो भी दानवीर जितनी भी मदद अपने सामर्थ्य से कर सकता है इन अकाउंट नंबर में उनकी मदद करे
Name = Zishan Ahmed
State Bank Of India
A/c no = 37482054850
IFSC Code = SBIN 0030346
PhonePe = 8432512070
Google Pay = 8432512070
भारत के सभी ग्रूप तक यह सन्देश भेज आप यह भी सहयोग करे धन्यवाद


1 मिनट पहले का इजराइल के सड़कों और रेस्टोरेंट का हाल स्क्रीनशॉट,,,,
सीजफायर हो जाने के बाद भी लोगों में दहशत डरे हुए बिचारे लोग जिन्हें कुछ लोग दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान और बुद्धिमान मानते थे उनका हाल आपके आंखों के सामने हैं,

मैं हमेशा से कहते आया था कि एक डरपोक कौम है जो लॉबिंग करते थे देश के राजाओं को करते थे और सिरोही देशों की जनता को डराने का काम करते थे,
अब अगले 100 साल तक इस हार का जवाब दुनिया को नहीं दे पाएगा,
क्योंकि अभी डिप्लोमेटिक टेबल पर बहुत बुरी तरह इजराइल को घुटने टेकने पड़ेंगे खेल अभी बाकी है,

यह सबक है उन बेवकूफ और नकली बहादुरों के लिए जो इजराइल को अपना साथी समझ कर और दुनिया का सबसे ताकतवर देश समझ रहे थे,
हमास के लड़ाकों ने साबित किया है जंग हमेशा अपने कंधों पर जी जाती है,

दूसरे भी तभी आपके साथ आते हैं जवाब खुद युद्ध में उतर चुके हो,

इजराइल की इस पूरी हार को दुनिया के लिए एक सब्जेक्ट की तरह पढ़ने और समझने की जरूरत है जो बहुत कुछ सिखा देगी !


अपनी अपनी अंतरराष्ट्रीय रणनीति के तहत इजरायल ने अपनी मित्र देशों की सूची में खुलकर भारत का नाम लिया हो या न लिया हो.. या फिर भारत ने खुलकर समर्थन किया या न किया हो.. इस से कोई फर्क नहीं पड़ता..
लेकिन एक बात साफ है कि..इजरायल और भारत एक दूसरे के लिए एक अहम मित्र राष्ट्र की सूची में है.. और आज की स्थिति में भारत का विश्वास भी इजरायल के साथ होगा..

जब दो देश के बीच युद्ध के हालात बने हुए हो..तब युद्ध शुरू करने से पहले अपने मित्र राष्ट्रों से भी सलाह मशवरा किया जाता है या उनकी राय लेकर उन्हें विश्वास में लिया जाता है..
जींस में भारत की भूमिका को भी कोई नकार नहीं सकता..