एलोपैथिक डॉक्टरों पर दिए गए विवादित बयान पर योग गुरु रामदेव देखिए क्या बोले

एलोपैथिक डॉक्टरों पर दिए गए विवादित बयान पर योग गुरु रामदेव बोले- मैं व्हॉट्सऐप मैसेज पढ़ रहा था वो मेरा बयान नहीं था #हल्ला_बोल Anjana Om Kashyap

           

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प्रश्न - IMA या इंडियन मेडिकल एसोसिएशन क्या है?
उत्तर - सिर्फ एक NGO

प्रश्न - कोई IMA वाला बता क्यों नही पा रहा है कि कोरोना की इफेक्टेड दवाई क्या है?
उत्तर - क्योंकि फाइजर में इनका कट है

प्रश्न - बाबा रामदेव ने क्या किसी डॉक्टर के कार्य पर प्रश्न चिन्ह लगाया?
उत्तर - नहीं।

प्रश्न - कोरोनिल को अवैध बताने वाले डॉक्टर कौन है?
उत्तर - विभिन्न दवा कंपनियों की दवाइयों में कमीशन खाने वाले एजेंट।

प्रश्न - कोरोनिल को अवैध बताने का आधार क्या है? जबकि इस्कू भारत सरकार ने मान्यता दी है
उत्तर - बदतमीजी करने का आधार सिर्फ बकैती होती है और बदतमीज आईएएस ही नही डॉक्टर भी होता है।

अब जिसको मिर्ची लगती लगती रहे...हमको घंटा फर्क नहीं पड़ता...

बाबा जी की जय हो, जो उन्होंने ये मुद्दा उठाकर IMA की नंगई सामने रख दी।


मीडिया और कांग्रेस पूरी ताकत लगा दे रही है कि Pfizer कम्पनी की वैक्सीन भारत मे आ जाये उसे मोदी मंजूरी दे दे ।

इसके लिए अब तीसरी लहर में बच्चों का खतरा रोज बताया जा रहा है ।
राजस्थान में शुरू भी कर दिया है बच्चों में फैलाना जानबूझकर
अब मोदीजी क्यों Pfizer की वैक्सीन को मंजूरी नही दे रहे :-

Pfizer भारत मे बिना ट्रायल के वैक्सीन बेचना चाहता है ।

उसकी शर्त है उसे राहत दी जाए किसी भी कानूनी कार्यवाही से अगर वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट होता है तो
साइड इफेक्ट की उसकी कोई जिम्मेदारी नही ।
उसकी वैक्सीन को माइनस 70 डिग्री में रखना पड़ेगा मतलब अलग से उसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करे ।
सबसे महंगी वैक्सीन भी यही है तकरीबन 3000 की एक डोज
वैसे भारत की 2 वैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल शुरू भी हो गया है
मीडिया के झांसे में न आये क्योंकि बच्चे बाहर जाते नही और हम बड़े बचाव कर के रखेंगे तो बच्चों को नही होगा।
जिस दूसरी लहर के बारे में मीडिया को भनक तक न थी वो अनायास तीसरी लहर बो भी बच्चो की बात कर रहे।
pfizer की वैक्सीन बेचने की कोशिश में शामिल है।

संयोग नही प्रयोग है ये।

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केवल जनता ही तय कर सकती है कि उसको इलाज के लिये किस पैथी पर भरोसा है एलोपैथी, होमेओपेथी या आयुर्वेद।यह कोई बाबा या डॉक्टर तय नही कर सकता।जिसके भी इलाज से रोग में आराम मिलेगा जनता खुद उसी के पास जाएगी।इसीलिये किसी जमाने में वैद्य हकीमों के यंहा उमड़ने वाली भीड़ खुद ही मुड़कर अंग्रेजी डॉक्टर्स के यंहा पहुंच गई थी ,इसके लिये किसी ने प्रचार नहीं किया था।जनाब केवल भावनात्मक बातें करके और इलाज में धार्मिक लिबास ओढ़ने से कुछ नही होगा, अपने नुस्खों में भी किसी मर्ज को ठीक करने का हुनर पैदा करना होगा ये काम बातों से नही हो सकता।अगर इलाज में दम होता है तो जनता खुद इलाज कराने पहुंच जाती है धार्मिक उपदेश देकर बुलाना नहीं पड़ता क्योंकि ये जिंदगी से जुड़ा मसला है आपके दवा के तजुर्बों में कोई अपनी जान दांव पर नहीं लगाएगा।


बाबा रामदेव ने कहा कि एलोपैथिक इलाज किसी भी रोग को जड़ से पूर्ण रुप से समाप्त नहीं कर सकता।मैं कहता हूं उन्होंने १००%सही कहा है और यह सभी जानते हैं। ऐलोपैथी दवा एक फस्टैड की तरह है,सिर दर्द हुआ तो डिस्प्रिन देकर उसे दो घंटे या दो दिन के लिए आराम हो जाता है,मगर कहीं ना कहीं उस दवा से और कोई साईड इफेक्ट भी होता है,मगर रामदेवजी के उपचार में दवा ऐसी है जो हर रोग को जड़ से पूर्णतः समाप्त कर रहा है और उसका कोई साईड इफेक्ट भी नहीं है। इसलिए मैं भी यही चाहता हूं कि आयुर्वेद एक संजिवनी है। मैं तो आयुर्वेद के ही साथ हुं।


बात सिर्फ बाबा रामदेव के कोरोनील पर नहीं है । बाबा रामदेव की गिरफ्तारी की नहीं है बल्कि हर उस चीज पर नकेल कसने की बात है जो एलोपैथी का विकल्प बनने की कोशिश करेगा।

आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के कृष्णापट्टनम नामक कस्बे में रहने वाले आयुर्वेदाचार्य बोनिगी आनंदैया द्वारा कोरोना की दवाई दी जा रही है.

इस दवा से इतना ज्यादा फायदा हुआ है कोरोना पीड़ितों को कि यहां विशाल भीड़ लगती है। कोई झूठ एक दो दिन या दस दिन चल सकता है उससे ज्यादा नहीं क्योंकि अगर दवा बेअसर है तो वह बात भी फैलने लगती है।

लेकिन यहां का मामला अलग था। आयुर्वेदाचार्य बोनिगी आनंदैया की दवा असर दिखा रही थी तो लोगों की भीड़ भी लग रही है।

लेकिन सरकार ने पहले कोरोनील पर रोक लगाई। उसके बाद कल बाबा रामदेव को गिरफ्तार करने की मांग उठी। इधर आंध्रप्रदेश में इस दवा के वितरण पर भी रोक लगी। इसके पहले ayush advance + की दवा पर रोक लगा दी गयी।

ये ICMR को क्या मतलब है कि कोई कहां से और कौन सी दवा खरीद रहा है ? कोई खुद से प्राकृतिक इलाज करना चाहे तो उसे कैसे रोक सकते हो ? कोई जड़ी बूटी से ही इलाज करवाना चाहे तो ICMR कैसे रोक सकती है ? ICMR ने उस दवा की जांच के लिए टीम भेजी है।

मतलब अभी टीम भेजी ही है पर दवा पर रोक पहले ही लगा दी है । जबकि टीम जाकर जांच करेगी, रिपोर्ट तैयार करेगी, कुछ नेगेटिव रिपोर्ट होने पर रोक लगनी चाहिए थी।

मुझे तो लगता है ये Allopathy GANG बहुत ताकतवर नेक्सस है। ये किसी भी संस्था, मंत्रालय को अपने इशारे से कंट्रोल करती है।

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All pathies are complementary to each other. If one thinks about his pathy as Supreme, he knows nothing .Science behind all pathies is for welfare of all people. Sunlight , increasing oxygen saturation by yoga ,swimming/ walking ,Role of Nitrates and Magnesium ( from vegetable source ) and offcourse planned fasting are greatest tools of healthy life. But , Baba RamDev statements on Astha channel is humiliating. Baba RamDev and even most experienced physicians have miserably failed to preassess severity of mutant covid strain B1.617 in few people. Our Health personnel and frontline workers have succumbed to viral infection. Blaming them is humiliating.


सिस्टम की दुर्गंध...

बह रही मोदी लहर नदियों में आकर देख लो
घुल रहा जल में ज़हर चुल्लू उठाकर देख लो

बजबजाती लाश ने शायद इशारे से कहा
सड़े सिस्टम की है ये दुर्गंध आकर देख लो

हम तुम्हारी ही तरह अपने घरों में थे मगर
ऐ मेरे क़ातिल ज़रा नज़रें गड़ाकर देख लो

हमने थाली भी बजाईं बत्तियाँ भी बंद कीं
सब किया तुमने कहा जो आजमाकर देख लो

झोंककर हमको चुनावी भट्ठियों में बेरहम
कुर्सियां गिनते रहे कुछ तो लजाकर देख लो

पूरे सूबे में नहीं है दवा दारू की कमी
कह दिया सूबेदार ने मुद्दा बनाकर देख लो

फिर तरसते क्यूँ रहे हम एक बिस्तर के लिए
अस्पतालों में है हाहाकार आकर देख लो

हम तो बाहर ही पड़े चीत्कार करते रह गये
बिन हवा और दवा के लाचार आकर देख लो

गीदड़ों में शेर वाली बात आती है कहाँ
फिर भी चाहो तुम अगर दाढ़ी बढ़ाकर देख लो

प्यास जो है खून की बुझती नहीं है उम्र भर
ग़र यकीं ना हो तो दोबारा जिताकर देख लो

- कुन्दन
#NoMoreBJP


Baba Ramdev ne vaccine ko lekar bhi logo me Bharam paida kar diya hai unke upar Mahamaari act me FIR honi chahiye, Desh ke Doctors ka majak banaya hai, agar itna hi goomaan hai apne Yog pe to jitne bhi corona patient L-3 hospital me ICU me hai waha pe Ramdev aur unki team ko turant jakar unka ilaaj karna chahiye tab dekhte hai kitne patient sahi hote hai inke Yog se, iski CORONIL fail ho gayi bik nahi rahi hai isilye ye baukhala gaye hai, aur Govt of India ne bhi Coronil ko Aamanya kar diya hai isilye ye Baba pagla gaye hai aur Allopathy ke upar aisi bhasha bol rahe hai????
Khud jab #Balkrishna ko Heartaatack hua tha tab ye Rishikesh AIIMS me admit hokar ilaaj karaya tha isne apna tab usi Allopathy ne iski jaan bachayi thi?????