अच्छे दिन से आत्म निर्भर तक मोदी सरकार के सात साल में 7 बड़ी उपलब्धियां

मोदी सरकार 2.0 की दूसरी सालगिरह (26 मई) आने वाली है

           

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सफलताएं...है कहा? जो बताए....
एक असफल प्रधानमंत्री जिनसे कोराना डील नहीं हो पाया जिसके कारण देश की महान नदी को शमशान में तब्दील कर दिया... और देश को इस त्रासदी में झोंकने के बाद रोते है,यह एक निराश व्यक्ति की पहचान हे,यह एक कायर और बुजदिल व्यक्ति की पहचान हे की वो विपरीत समय में रोए...

बड़ी अच्छी लाइन हे रामधारी सिंह दिनकर के द्वारा रचित महाभारत के उस परिपेक्ष्य की जब कृष्ण हस्तिनापुर जाते है पांडवो के दूत बनकर...बहुत समझाने के बाद भी जब दुर्योधन नहीं मानता हे तब कृष्ण कहते है

जंजीर बढ़ाकर साध मुझे
हा हा दुर्योधन बांध मुझे
वायस-श्रृगाल सुख लूटेंगे,
सौभाग्य मनुज के फूटेंगे।
आखिर तू भूशायी होगा,
हिंसा का पर, दायी होगा।’

बस यही हालत आज देश के कर दिए साहब ने...
आजकल कुत्तों, चील और कोवो के मझे है,हर कई लाशे पड़ी मिल जाती है...


पूरे मुल्क को बर्बाद कर दिया फिर भी मीडिया गधों को शेर साबित करने पर तुली है। इतना अच्छा काम किया है तब भी PM से लेकर कोई भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की हिम्मत नहीं रखता। कांग्रेस सरकार में जहां मुकाबला यूरोप और अमेरिका जैसे देशों से था तो आज बांग्लादेश भारत से कहीं आगे निकल गया है। अब दौड़ इथोपिया और सूडान जैसे मुल्कों के साथ हो रही है। हर नारा जुमला साबित हुआ। 100 स्मार्ट सिटी, आत्मनिर्भर भारत का ये हाल है कि दूसरी लहर में जनता का इलाज जब हुआ जब विदेशों से मदद आयी, अच्छे दिनों की हालत ये है कि मरीजों को ऑक्सिजन न मिलने से जान देनी पड़ी।


1. Ñotebandi jisse desh ki economy kharab kar diya bina samajh ke faisla liya gaya janta ko bataya gaya aatank wad khatm ho jayega jab note change hoga but totally fail
2. Sare govt job ko khatam karke private company ko de diya gaya.
3. America ki chamcha giri karne ke chakkar me desh ko corona ke chapet me la diya.
4. Desh me arajakta faila diya.
5. Vaccine bahar ke desh me bhej diya aab inko India me vote nahi chahiye ab ye uk ka bhi pm banenge.....
6. Sare Bank barbadi ke kagar par hai just bcoz of ñotebandi.
7. Sare media gulami me lage hue hai taki unki naukri bachi rahe jo bhi inke prawakta se tikha sawal puchega unki naukri gaye aur govt job already kam kiya hua hai.


शेयर करे प्लीज, मोदी आरएसएस के इरादे ठीक नही है ओबीसी को आपस मे लड़ाने की साजिश
#रोहिणी_आयोग द्वारा अब तक की गई जाँच
वर्ष 2018 में, आयोग ने पिछले पाँच वर्ष में OBC कोटा के तहत दी गई केंद्र सरकार की 1.3 लाख नौकरियों का विश्लेषण किया था।
आयोग ने पूर्ववर्ती तीन वर्षों में विश्वविद्यालयों, IIT, NIT, IIM और AIIMS समेत विभिन्न केंद्रीय शिक्षा संस्थानों में OBC प्रवेशों से संबंधित आँकड़ों का विश्लेषण किया था। आयोग के मुताबिक,
OBC के लिये आरक्षित सभी नौकरियों और शिक्षा संस्थानों की सीटों का #97 प्रतिशत हिस्सा OBC के रूप में वर्गीकृत सभी उप-श्रेणियों के केवल 25 प्रतिशत हिस्से को प्राप्त हुआ।
उपरोक्त नौकरियों और सीटों का 24.95 प्रतिशत हिस्सा केवल 10 OBC समुदायों को प्राप्त हुआ।
नौकरियों तथा शैक्षणिक संस्थानों में 983 OBC समुदायों (कुल का 37%) का प्रतिनिधित्व शून्य है।
विभिन्न भर्तियों एवं प्रवेश में 994 OBC उप-जातियों का कुल प्रतिनिधित्व केवल 2.68% का प्रतिनिधित्व है।