1ºअरे तु गुमराह कर है देश के कुछ किसानो को, सुप्रीम कोर्ट ने रोख लगाने के बाद भी तु अपनी अडियल रवैये पर अडा है. अरे उसी दिन तुझे कोर्ट ने आदेश देना चाहिए था धरना रोख ने का.लेकिन ना जाने कोर्ट क्यो तुम्हारी अडियल रवैये को रोख नहीं रही है.कल कोई भी आके धरना देगा देगा अपनी बात मानवाने के लिये, अरे देश मे संविधान है उसके नियम है कोर्ट है कानुन है अगर कोर्ट गलत लगता है तो उसको रद्द कर सकता है.और सबसे बडा हक तो संविधान हमे सरकार बदलने का हक दिया हैं.उससे बडा तो हक अमेरिका छोड के बाकी देश मे नही है.इसका उदाहरण अरविंद केजरीवाल है.जब अण्णा हजारे जी का आंदोलन था तब केजरीवाल के कपडे कैसे थे बहुत बडी बडी बात करता था उस आंदोलन मे मै भी था.लेकिन मै आज अपने आप को ठगा हुआ महसुस कर रहा हु . बिचारे अण्णा हजारे जी को धोका दे दिया इन गद्दार ने सिसोदिया तो आण्णा हजारे जी के आगे आगे कर रहा था और गोपाल राय को तो आण्णा हजारे जी जानते भी नहीं थे .आज मंत्री बनकर गाडी मे घुम रहे है.बाकी लोग हैं वही जगह बिचारे मेरे जैसे.जो सच्चाई का साथ नहीं छोडा वंदे मातरम् भारत माता की जय हो