वैक्सीन संकट पर सरकार का प्लान!

वैक्सीन की किल्लत के बीच आपूर्ति पर राज्य बनाम केंद्र #Vaccine #Vaccination #CoronaVaccine #Vaccination #Vertical #RE

           

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अब न्यूज़ चैनल्स में ऊपर से नयी script जारी हुई है, सारे भ्रम vs सच script चला रहे हैँ। और sense देखो, भ्रम: लोगों वैक्सीन नहीँ मिली, सच: vaccine available करवाने की कोशिश की गई। question यह था के vaccine मिली या नहीं मिली? भ्रम और सच हाँ या नहीं मे हों सकता है, कोशिश लफ्ज़ कहां से आ गया? अगर कोशिश की होती तो सबको वैक्सीन मिल रही होती, पर मिल तो फिर भी नहीँ रही है। सच यह है कोशिश अब शुरू हुई है और आने वाले वक़्त में हों सकता है सबको मिलनी शुरू हों भी जाये जो की अच्छी बात, पर यह न्यूज़ चैनल कोशिश की शुरुआत को ही उपलब्धि दिखाना शुरू कर देते है, नारों को ही उपलब्धि दिखाना शुरू कर देते हैँ। सरकार की इमेज बनानी है किसी तारीके से। ऐसे ही कई सारे भ्रम और सच के nosense scripted जुमले news चैनल्स पर शुरू हों गए हैँ। और script तो पता ही है कहां से बनकर आ रही है।


[5/27, 1:37 PM] राघव तिवारी: महोदय,
निवेदन है कि ग्राम बड़खेरा पोस्ट भटनवारा जिला सतना में इंडो वाटर मैनेजमेंट एवं पॉल्यूशन कंट्रोल कारपोरेशन नाम से BMW का प्लांट बस्ती में स्थित है विगत वर्षों से प्लांट के लापरवाही पूर्वक संचालन की शिकायत संबंधित विभाग में की जा रही है लेकिन सुधार के नाम पर समय लेकर मामले को दबा दिया जाता है आज तक कोई सुधार नहीं हो सका वर्तमान में स्थिति बेहद चिंताजनक व खराब हो चुकी है! इससे 24 * 7 कच्चा दुआ व दुर्गंध निकलती है ,इंसीनरेटर सही ना होने की वजह से कचरा खुले में जला दिया जाता है दुर्गंध व धुएं की वजह से घरों में रहना मुश्किल हो रहा है सांस लेने में तकलीफ, बेहोश होना, उल्टियां ,आंखों में जलन, बेचैनी जैसी समस्या बढ़ती जा रही है प्रदूषण विभाग के अधिकारी को प्रतिदिन का वीडियो फोटोज भेजा जाता है लेकिन अधिकारी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती व शिकायत ना करने का दबाव बनाया जाता है प्लांट के बगल से आदिवासी बस्ती मध्य प्रदेश शासन का गौशाला , शासकीय माध्यमिक विद्यालय तथा आवासीय क्षेत्र स्थित है ग्रामीणों द्वारा प्रदूषण के विरोध में धरना प्रदर्शन व आंदोलन किया जाता रहा है लेकिन सुधार का झूठा आश्वासन मात्र मिला वर्तमान में प्लांट में इंसीनरेटर व अन्य प्रदूषण नियंत्रण उपलब्ध नहीं है।
[5/27, 1:38 PM] राघव तिवारी: *आखिर क्यों मेहरबान है इन पर शासन ..?*

*इंडो वॉटर मैनेजमेंट एंड पल्यूशन कंट्रोल कॉर्पोरेशन नाम की कंपनी के ऊपर आखिर किसका सरंक्षण..?*

*ग्रामीणों के इतने शिकायत के बाद भी आखिरकार कार्यवाही करने से क्यों पीछे हट रहा प्रशासन*

सतना।। तहसील ऊँचेहरा अंर्तगत इंडो वॉटर मैनेजमेंट एंड पल्यूशन कंट्रोल कॉर्पोरेशन नाम की कंपनी ग्राम बड़खेरा में स्थापित है जिसमे मध्यप्रदेश के 7 जिलों की हॉस्पिटल से निकलने वाला अपशिष्ट जैसे (EXP. DATE दवाइयां जो जहरीली हो चुकी है खून मांस इंजेक्शन PPE किट कोरोना मरीजों के इलाज़ से निकले वाला कचरा ,,बाकी हॉस्पिटल में जितना भी प्लास्टिक सब यहाँ पर जलाया जाता है )
जिससे बहुत तेज़ दुर्गन्ध आती है और जीवन यापन कर पाना मुश्किल कर देने वाली गन्ध निकलती है जो जानलेवा है ,,और अनेक बीमारियों को जन्म देती है सभी ग्राम वासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
ग्रामीणों द्वारा अनेकों शिकायत करने बाद भी प्रशासन मोन धारण किये हुए है,,

*प्रदूषण विभाग द्वारा फैक्टरी को चलाने का समय है निर्धारित*
मुख्य बात इस फैक्ट्री चलाने का समय प्रदूषण विभाग द्वारा सुबह 09:00बजे से शाम 05:00 बजे तक सीमित किया है लेकिन यह फैक्टरी 24 घंटे चलती है जिसका सारे सबूत है जो पूरी तरह से गैर कानूनी रूप से चलाई जाती है और प्रदूषण विभाग का आदेश भी है।

ग्रामीणों ने इसकी हजारो शिकायत की कही पर कोई सुनवाई नही हुई इस फैक्ट्री के कारण ग्रामीण गांव छोड़ने को यहाँ से किसी और जगह पलायन करने पे मजबूर है।

*ग्रामीणों द्वारा आवाज उठाने पर दर्ज होते है फर्जी मुकदमे*
आवाज उठाने वालो पर फैक्टरी के मालिक अमूल मोहने द्वारा फर्जी मुकदमे लगवा दिए जाते है। आखिकार ग्रामीण करे तो करे क्या।