किसके आदेश पर हटाई गई रामनामी?

उत्तर प्रदेश: किसके आदेश पर हटाई गई रामनामी #Shankhnaad #UttarPradesh #Prayagraj

           

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*आखिर क्यों मेहरबान है इन पर शासन ..?*

*इंडो वॉटर मैनेजमेंट एंड पल्यूशन कंट्रोल कॉर्पोरेशन नाम की कंपनी के ऊपर आखिर किसका सरंक्षण..?*

*ग्रामीणों के इतने शिकायत के बाद भी आखिरकार कार्यवाही करने से क्यों पीछे हट रहा प्रशासन*

सतना।। तहसील ऊँचेहरा अंर्तगत इंडो वॉटर मैनेजमेंट एंड पल्यूशन कंट्रोल कॉर्पोरेशन नाम की कंपनी ग्राम बड़खेरा में स्थापित है जिसमे मध्यप्रदेश के 7 जिलों की हॉस्पिटल से निकलने वाला अपशिष्ट जैसे (EXP. DATE दवाइयां जो जहरीली हो चुकी है खून मांस इंजेक्शन PPE किट कोरोना मरीजों के इलाज़ से निकले वाला कचरा ,,बाकी हॉस्पिटल में जितना भी प्लास्टिक सब यहाँ पर जलाया जाता है )
जिससे बहुत तेज़ दुर्गन्ध आती है और जीवन यापन कर पाना मुश्किल कर देने वाली गन्ध निकलती है जो जानलेवा है ,,और अनेक बीमारियों को जन्म देती है सभी ग्राम वासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
ग्रामीणों द्वारा अनेकों शिकायत करने बाद भी प्रशासन मोन धारण किये हुए है,,

*प्रदूषण विभाग द्वारा फैक्टरी को चलाने का समय है निर्धारित*
मुख्य बात इस फैक्ट्री चलाने का समय प्रदूषण विभाग द्वारा सुबह 09:00बजे से शाम 05:00 बजे तक सीमित किया है लेकिन यह फैक्टरी 24 घंटे चलती है जिसका सारे सबूत है जो पूरी तरह से गैर कानूनी रूप से चलाई जाती है और प्रदूषण विभाग का आदेश भी है।

ग्रामीणों ने इसकी हजारो शिकायत की कही पर कोई सुनवाई नही हुई इस फैक्ट्री के कारण ग्रामीण गांव छोड़ने को यहाँ से किसी और जगह पलायन करने पे मजबूर है।

*ग्रामीणों द्वारा आवाज उठाने पर दर्ज होते है फर्जी मुकदमे*
आवाज उठाने वालो पर फैक्टरी के मालिक अमूल मोहने द्वारा फर्जी मुकदमे लगवा दिए जाते है। आखिकार ग्रामीण करे तो करे क्या।




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