Nehru की 57वीं Death Anniversary, श्रद्धांजलि देने पहुंचे Rahul Gandhi

देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की आज 57वीं पुण्यतिथि #JawaharlalNehru #RahulGandhi #Video

           

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आधुनिक भारत के निर्माता देश के प्रथम प्रधानमंत्री, स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी, दूरदर्शी स्व. पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की पुण्य तिथि पर कुछ ऐतिहासिक सत्य ।

लगभग एक माह से लाहौर षडयंत्र केस में लाहौर की जेल में भूख हड़ताल कर रहे देश के महान क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त, यतीन्द्र नाथ दास, अजोय घोष, शिव वर्मा सहित अनेकों क्रांतिकारियों की हालत काफी बिगड़ रही थी, बड़ी मुश्किल से अंग्रेजी हुकूमत ने नेहरू जी को लाहौर जेल में इन भूख हड़ताली क्रांतिकारियों से मिलने की इजाजत दी।

8 अगस्त, 1929 को पंडित जवाहर लाल नेहरू जी एम एल सी डॉ गोपीचंद के साथ लाहौर जेल गए व इन भूख हड़ताल कर रहे क्रांतिकारियों से भेंट की। सरदार भगत सिंह जी के चेहरे पर कोई भी शिकन व चिंता जैसे भाव नहीं थे, उनके चेहरे पर वही देश को आज़ादी दिलाने के लिए अटूट, अडिग दृढ़ता वाले भाव थे, पंडित जवाहर लाल नेहरू जी से भगत सिंह जी ने काफी देर बात की ।

जेल से बाहर निकल कर पंडित जवाहर लाल नेहरू जी ने जारी प्रेस नोट में जो अपने भाव प्रकट किए, उसको पढ़कर आज भी मन इन महान क्रांतिकारियों के प्रति श्रद्धा से भाव विहोर हो जाता है।

* नेहरू के शब्दों में :-

में नायकों को ऐसे संकट में देखकर बहुत परेशान था। उन्होंने संघर्ष में अपनी ज़िंदगी दी है। वह चाहते हैं कि राजनैतिक कैदियों को राजनीतिक कैदियों के रूप में ही माना जाना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि उनके बलिदान को सफलता के सरताज पहनाया जाएगा।

नेहरू जी का आगरा के प्रथम सांसद स्व. सेठ अचल सिंह जी के साथ संबंध :-

आज देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की पुण्यतिथि है, बच्चों के प्यारे चाचा को सादर शत् शत् नमन। चूंकि स्व.नेहरू जी व उनका परिवार आगरा में भी रहा था, और आगरा के साथ साथ, आगरा के पूर्व सांसद सेठ अचल सिंह जी से नेहरू जी के काफी अभिन्न पारिवारिक अटूट रिश्ते थे, इस का एक उदहारण देना जरूरी है।
सेठ जी द्वारा स्थापित अचल भवन का उदघाटन स्व गोविन्द बल्लभ पंत जी को करना था, सेठ जी निमंत्रण पत्र देने, देश के प्रधानमंत्री स्व. नेहरू जी को देने दिल्ली गए, और उनको निमंत्रण पत्र दिया, व कार्यक्रम में भाग लेने का आग्रह किया।
देश के प्रधानमंत्री स्व. नेहरू जी ने निमंत्रण पत्र देखकर व पढ़कर, सेठ जी से कहा, कि सेठ जी क्या देश का प्रधानमंत्री इन छोटे कार्यक्रमों में भाग लेगा?
सेठ जी ने तुरंत नेहरू जी से कहा, कि चूँकि आप बड़े भाई हैं, और कोई भी पुनीत कार्य बिना बड़े भाई को बताये, में कैसे कर सकता हूँ, अतः मेरा उद्देश्य कार्यक्रम के बारे में आपको जानकारी देना था।
सेठ जी वापिस आगरा आ गए, आगरा में दरेसी स्थित बाजार में , अचल भवन का उदघाटन कार्यक्रम चल रहा था, पंडित पंत जी मंच से भाषण दे रहे थे, और देश के प्रधानमंत्री स्व. नेहरू जी, बिना सुरक्षा के एक श्रोता के रूप में दर्शक दीर्घा में बैठकर पंडित नेहरू जी, पंत जी का भाषण अचल भवन, दरेसी, आगरा में सुन रहे थे।

सादर भावपूर्ण श्रद्धांजलि इस महान व्यक्तित्व को।