1ºयहां विरोध रामदेव का नही #आयुर्वेद का है , क्योंकि अगर फिर से हिंदुस्तान को #चरक_संहिता की आदत लग गई तो सर्दी बुखार में क्रोसिन की जगह #गिलोय का काढ़ा पीने लगेंगे , चोट मोच में बैंडेज , इंजेक्शन की जगह #हल्दी_प्याज बंधने लगेंगे , डायबिटीज में महीने के 10 हजार की दवाई खाने वाले #मेथी #हरसिंगार पत्ते , जौ का आटा खाना शुरू कर देंगे, पूरा दिन टीवी पर 5000 बार मेडिकल प्रोडक्ट्स का प्रचार करने वाली कम्पनी ऐसा होने देगी क्या ।।
देश की 60 प्रतिशत कमाई सिर्फ मेडिकल पर लुटा दी जाती है , 2 रुपये की टेबलेट 200 में बेच कर कमाने वाली कंपनियां सड़क पर कटोरा लेकर बैठ जाएंगी , बस इसी एक #डर के वजह से इस #आयुर्वेदिक_फार्मूले की बदनामी की जाएगी , सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया जाएगा , मीडिया को खरीदा जाएगा , मिलार्ड भी बिकेंगे , नेता , संतरी , मंतरी सब की बोली लगेगी ।।
हमे क्या करना है , हमे पता है
सामाजिक दूरी , साफ सफाई , सुबह शाम गिलोय काढा , रात को #हल्दी_दूध पीजिए ।।
स्वस्थ रहेंगे - मस्त रहेंगे
*साभार*