1ºइसमें सरकार का क्या दोष???
पिछले एक माह से बार बार ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती है और साथ ही सरकार के खिलाफ रोना पीटना शुरू हो जाता है, जबकि सरकार का इसमें कोई दोष नहीं,,,
दोष तो उन ज़लील, नीच , इंसानियत पर कलंक लोगो का है जिन्होंने डर की वजह से अपनों का अंतिम संस्कार करने के बजाय उन्हें चील कोवों का निवाला बना दिया,,
क्या दुनिया में कहीं कोई इतनी नालायक औलाद या समाज अस्तित्व में है????
नहीं बिल्कुल नहीं!!!!
लानत है, धिक्कार है ऐसे लोगों पर,,,
और विडम्बना है कि यही लोग समाज में इज्जतदार भी कहलाते है,,,
मुर्दों की ये दुर्गति ना तो शमशान की कमी से हुई ना ही गरीबी की वजह से।
हर शहर के आस पास कई शमशान है जो बिल्कुल खाली पड़े रहे,,,
और रही बात गरीबी की , तो गरीबों में तो ये बीमारी आ आई ही नहीं,,,
जिन लाशों को चील कौवे , कुत्तों ने नोचा वो लगभग सभी अच्छे परिवारों के थे,,,,,
अंत में फिर हजारों लाखो बार लानत उन के परिजनों पर।।।।