UNGA में #PMModi ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा

UNGA में #PMModi ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा #ATVertical #India #World #USA (Anjana Om Kashyap)

           

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मोदी जी वाकई वर्ल्ड लीडर है जिस प्रकार से अपने देश में विकास कार्य को बताते बताते चीन और पाकिस्तान, को जो लताड़ लगाई है वह काबिले तारीफ है साथ ही साथ उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ को आइना दिखाने का काम किया,है, जो,राष्ट संघ विश्व के सभी देशों का संगठन है, अगर,कोई देश विश्व की शांति भंग करता है, वहा के लोगों को पर अत्याचार, करता है,, और उस घटना को,सयुक्त राष्ट्र संघ रोक नहीं सकता तो इस संगठन को बनाने क्या मतलब हुआ,,,, इन सब बातों को ध्यान मे लाने का प्रयास किया वह एक, वर्ल्ड, की, भाती, भाषण,दिया, है वह,काबिले तारीफ है,, जय हिंद सर


*पब्लिसिटी स्टंट और सच*

मोदीजी के प्रचार में हर रोज करीब 2 करोड़ रुपे का खर्च किया जाता है. एक RTI के जवाब में ये बताया गया था की सिर्फ 2018 तक ही करीब 5,000 करोड़ रुपे पब्लिसिटीमें खर्च किए जा चुके है. ज़रा सोचिए 2021 आते आते ये आंकड़ा कहाँ तक पहुँच गया होगा?

ये सारा पैसा कहाँ से आता है?
देश की जनता का पैसा है ये, टेक्स पेयर की जेब से लिया जाता है. – नहीं?

इस पैसे का बड़ा हिसा अखबारों को और टेलिविज़न चेनलों को एडवर्टाईजमेंट के ज़रिए सरकार का या युं कहे की मोदी जी का चहरा चमकाने के लिए दिया जाता है, तो वो तो उनका ढिंढोरा पीटेंगे ही; पर सत्य क्या है?

क्या सचमें मोदीजी विश्व के महानतम नेताओं में माने जाते है या सिर्फ ऐसा प्रचार किया जाता है? ...

उनसे पहले अमरीका गए हुए भारतीय प्रधानमंत्रीयो का कैसे स्वागत किया जाता था? रेड कार्पेट या तोपो की सलामी से या फिर ऐसे ही खाली - खाली? ? ?

सच जानना है तो निचे दिए गए फोटो और विडियो देखीए सच अपने आप समझ में आ जाएगा...

अंध भक्त तो नहीं मानेंगे पर कम से कम आप तो पढ़े लिखे इंसान हो...

ज़रा सोचो जनता का पैसा, टेक्स पेयरकी महेनत की कमाई कब तक ऐसे प्रचार में पानी की तरह बहाइ जाएगी? इसके बजाए इन पैसो का सदउपयोग नहीं किया जा शकता?

*सत्यमेव जयते - जय हिन्द, वन्दे मातरम*


हसण्यावरी नेहू नका तानाजी मंदाकिनी जगन्नाथ गोरड यांनी वस्तुस्थिती मांडली आहे.
मोदींच्या अमेरिका दौर्यात भारताचा जागतिक स्तरांवर प्रचंड मोठा अपमान झाला आहे, चमकुगिरीचं भुत मोदींसह भक्तांच्या डोक्यातुन उतरायला हवं..!
एका बलाढ्य देशाच्या पंतप्रधानाला निरोप द्यायला अमेरिकेचे कुणीही येवु नये ही प्रत्येक भारतीयासाठी शरमेने मान खाली झुकणारी गोष्ट आहे. शेवटी अमेरिकेतील भारतीय दुतावासातील अधिकारी उपस्थित राहिले. चमकुगिरीचं भुत डोक्यातुन उतरलं पाहिजे. अमेरिकेत मोदींच्या स्वागताला आलेल्या लोकांचे विडिओ दाखवून भारतीय मिडिया तुनतुन वाजवित आहेत पण लक्षात असु NRI लोक भारतातुन आलेल्या व्यक्तिंच्या कार्यक्रमाला उपस्थित रहात असतात. मी स्वत: NRI आहे ,मी राहुल गांधी तसेच मोदींच्या UAE भेटीला मित्रांसह गेलो होतो.
NRI च्या उपस्थितीने मोदींचा दौरा यशस्वी होत नसतो त्या भेटीतुन काय साध्य झालं ह्याचा विचार करायला हवा.
चमकुगिरीत अडकलेल्या पंतप्रधानामुळे संबध देशाला ह्याचे भविष्यात गंभीर परिणाम मोजावे लागणार आहे.