Hijab row: पुणे में केसरिया साड़ी पहन महिलाओं ने निकाला जुलूस, कहा- इसी ड्रेस में बच्चों को भेजेंगे स्

हिंदू महासंघ की महिलाओं ने केसरिया रंग की साड़ी और ड्रेस पहनकर निकाला जुलूस #Maharashtra #Pune #Karnataka #KarnatakaHijabRow

           

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नेता के बच्चे और हमारे बच्चे!!
आज मैं उत्तर प्रदेश के फतेहाबाद सीट से समाजवादी उम्मीदवार रूपाली दीक्षित का इंटरव्यू सुन रहा था, उनकी बातें अच्छी लगी वह पढ़ी-लिखी हैं,
पर लोगों से जो मैं पहले कहता आया हूं यही बात रूपाली ने बिल्कुल खोलकर बयान की ।
की रूपाली के पिता अशोक दीक्षित बीजेपी के जाने-माने बाहुबली नेता रहे हैं ,
रूपाली ने बताया कि मुझे पिता राजनीति और उन के प्रभाव के बारे में बिल्कुल जानकारी नहीं थी मुझे तो 6 साल की उम्र से ही शिक्षा ग्रहण करने के लिए बाहर भेज दिया गया था जहां मैंने अच्छी शिक्षा ग्रहण की और मैं वहां से ही दुबई 5 लाख प्रति के पैकेज पर जॉब करने चली गई मेरे पिता ने मुझे यहां की राजनीति से बिल्कुल दूर रखा, जब मेरे पिता जेल चले गए तब मुझे मजबूर होकर राजनीति में उतरना पड़ा तब मैंने देखा कि मेरे पिता की छवि यहां कैसी है और वह कैसी राजनीति में करते थे!!

मैं आम लोगों से यह कहना चाहता हूं कि रूपाली दीक्षित के पिता अशोक दीक्षित ने अपने बच्चे को कैरियर की खातिर राजनीति से दूर रखा और यही राजनीतिक लोग आम लोगों के बच्चों को राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, नफरती चिंटू बना रहे हैं ,उनका कैरियर बर्बाद कर रहे हैं, दंगों में उनका इस्तेमाल कर रहे हैं और दंगों में या तो आदमी मरता है या फिर जेल जाता है ।
अब जब राजनीतिक व्यक्ति का बच्चा खुद वहां मौजूद ही नहीं होगा तो वह जेल क्यों जाने या बैठा है?
आपके बच्चे ही जेल जाएंगे!
यह राजनीतिक लोग अपने बच्चों के कैरियर की खातिर उन्हें राजनीति से दूर कर रहे हैं और आपके बच्चों का कैरियर खराब करके उन्हें भड़का रहे हैं ,बिगाड़ रहे हैं ,और जब कोई दंगा होता है या मुसीबत आती है तो इन राजनीतिक लोगों के बच्चे जेल नहीं जाते बल्कि जेल भी आम लोगों के बच्चे ही जाते हैं क्योंकि इनके बच्चे तो विदेश में शिफ्ट होते हैं, और सुरक्षित होते हैं।
आम लोगों के बच्चों को जाति के आधार पर ,धर्म के आधार पर भड़काते हैं, उनका इस्तेमाल करते हैं ।
नोट-रूपाली दीक्षित का इंटरव्यू लल्लनटॉप पर आज भी मौजूद है!!