शिवपाल का वोट मांगना इस बात का प्रतीक है की यह लोग भयभीत हैं": एस पी बघेल, BJP

"यह नौबत आ गई है कि अखिलेश को खुद यहां आकर लड़ना पड़ रहा है. अखिलेश ने आजतक से कहा था मेरा किला है मैं जीतूंगा, वह अपना किला पहले भी नही बचा पाए थे. शिवपाल का वोट मांगना इस बात का प्रतीक है की यह लोग भयभीत हैं": एस पी बघेल, BJP #ReporterDiary | (#SamarthSrivastava)

           

https://www.facebook.com/aajtak/posts/10162366762322580

बघेल जी तुम अपने मटका इंतजाम कर लो योगी के साथ तुम्हें भी बैठना पड़ेगा घबराओ मत आने वाली 10 तारीख को पता चलेगा बघेल जी तुम्हारा बाप है अखिलेश यादव जिनका नाम है और वह तुम्हारा बाप था ना वह निरहुआ वह तो भगा अब तू भी भागेगा जनता सब जानती है लोग डॉन में तुम लोगों के क्या रोल रहे बेरोजगारी महंगाई निजी करण स्वास्थ्य शिक्षा इस पर तुम्हारी सरकार ने क्या कार्य किया है इसका जवाब जनता तुमको 10 तारीख को देगी बघेल मेरी सलाह है अब तू अपनी लुटिया लेकर हरिद्वार चला जा बाकी का समय वही गुजारना


मोदी जी की ज्यादातर रेलियो की स्पीच में सुनता हूं.. लेकिन यह स्पीच बहुत दमदार थी.. क्यों..? क्योंकि इस स्पीच में यूपी में 5 साल पहले की अखिलेश यादव की सरकार समाजवादी की सरकार ने यूपी की जो हालत की थी और लोगों को शांति से जीना मुश्किल हो गया था... उस एक एक बात का उल्लेख करके आज योगी जी ने इन सभी कठिनाइयों से यूपी के लोगों को बाहर लाए हैं .. ऐसी सभी कठिनाइयों को सदा के लिए मिटा दिया है.. आज मोदी जी ने पूरे यूपी के मुद्दे के साथ तमाम बातों का जिक्र किया. यूपी के सभी लोगों को भी पता है की 5 साल पहले समाजवादी सरकार में लोगों को कैसी कैसी कठिनाइयों सहन करनी पड़ी. आज योगी जी की सरकार में यूपी के सभी लोग खुद शांति का एहसास करते हैं. और पूरे हिंदुस्तान में योगी जी की सरकार की प्रशंसा हो रही है.. योगी जी ने किसी भी संप्रदाय के साथ भेदभाव ना रखते हुए सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की विचारधारा से जमीनी स्तर पर काम किया है.. इसलिए तो यूपी की बहन बेटियां किसी भी संप्रदाय की हो लेकिन योगी जी की तारीफ कर रही है.. मैं मानता हूं कि यूपी में 5 साल में योगी जी ने जो काम किया है वह शायद हिंदुस्तान के किसी भी मुख्यमंत्री ने उनके राज्य में नहीं किया होगा.. क्योंकि योगी जी के लिए यूपी के पूरे 22 करोड़ की जनता उनका परिवार है ऐसी भावनाओ से योगी जी काम करते हैं... जो लोग यह सोच कर मतदान नहीं करते हैं कि हमारा एक 2 वोट से क्या फर्क पड़ेगा.. लेकिन मैं मानता हूं कि आपका एक वोट पूरे यूपी का भविष्य बदल सकता है.. इसलिए पूरे यूपी के सभी लोगों को मेरी विनती है.. और प्रार्थना है.. की आप धंधा रोजगार या नौकरी में या और कोई काम में व्यस्त हो .. लेकिन मतदान के लिए अपना कीमती टाइम निकाल कर अपना मतदान अवश्य कीजिए क्योंकि आपका एक वोट से यूपी की हर समस्या का समाधान निकल सकता है.. मैंने कल एक बहन का वीडियो देखा उनकी शादी थी फिर भी वह चोली पहन कर तैयार होकर वोट डालने आई थी... इस बहन बेटी की मतदान के लिए जागरूकता कि मैं प्रशंसा करता हूं और इस बहन को मैं बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं.. मतदान अवश्य करना.. क्योंकि लोकशाही में मतदान करना एक उत्सव समान है.. और यह मतदान के उत्सव को सभी यूपी के लोग आनंद से उत्साह पूर्वक भाग लेकर इस उत्सव को मनाइए.. और आने वाले यूपी के भविष्य के लिए सही पार्टी को वोट दीजिए.. जो पार्टी यूपी की बहन बेटियां की सलामती.. छोटे व्यापारी का धंधा रोजगार की सलामती. और गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों की जो सरकार चिंता करती है ऐसी पार्टी को आप अपना आशीर्वाद दीजिए... . .



*सत्य सनातन धर्म की जय हो, जैहादीयो का नाश हो*

इस हिन्दू राष्ट्र मे फिर से हिन्दूत्व जगाना होगा...
जब सोने तक पर जंग चढा लोहे को दोष लगाना क्या ?
जब मौसम ही मक्कार तो बादल से आस लगाना क्या?
जब माली ही खुदगर्ज तो काँटो से बाग बचाना क्या?
और हर कोई गद्दार तो गद्दारो को अजमाना क्या?
इस लिए समय की मांग है लहू का रंग दिखाना होगा, इस हिन्दू राष्ट्र मे फिर से हिन्दूत्व जगाना होगा...

हिन्दी कहने पर पाबन्दी हिन्दी पढने पर पाबन्दी।
कश्मीर मे अमर तिरंगा फहराने पर पाबन्दी।
केवल हिन्दू की हद बंदी केवल हिन्दू की दलबंदी।
दुर्भाग्य देश मे होती है केवल हिन्दू की नशबंदी।
तुस्टीकरण की राजनीति इस देश मे आग लगा देगी।
दस-पन्द्रह बरस मे भारत को इस्लामी राष्ट्र बना देगी।
तब तुम्हारा और हमारा नाम न जाने क्या होगा।
इस वोट निति का भारत मे परिणाम न जाने क्या होगा।
इसलिए समय की मांग है लहू का रंग दिखाना होगा, इस हिन्दू राष्ट्र मे फिर से हिन्दूत्व जगाना होगा...

हाथ जोडने से यदि रावण सीता को लौटा देता।
तो लंका का दहन न होता न रावन मारा जाता।
हाथ जोडने से यदि दुर्योधन पांच गांव ही दे देता।
तो कुरु क्षेत्र के महा समर मे इतना विध्वंस नही होता।
इसलिए युद्ध के बिना कोई परिवर्तन होना मुश्किल है।
एक सुई के नोक जितनी धरा का मिलना मुश्किल है।
बिना युद्ध के मंदिर का निर्माण करना मुश्किल है।
बिना युद्ध के देश मन्दिर व धर्म बचाना मुश्किल है।
इसलिए समय की मांग है लहू का रंग दिखाना होगा, इस हिन्दू राष्ट्र मे फिर से हिन्दूत्व जगाना होगा....

जब मौत अवश्यम्भावी हो तो मौत से यारो क्या डरना।
इस मौत को मुठ्ठी मे कसकर अब तो होगा निश्चित लडना।
यदि उग्रवाद को है दफनाना तो उग्रवाद तुम्हे लाना होगा।
यदि हिंसा तुम्हे मिटानी है तो प्रतिहिंसक बन जाना होगा।
इसलिए भक्ति के साथ शक्ति का अर्चन करना होगा।
इसलिए शस्त्र और शास्त्रो को मिलकर गर्जन करना होगा।
अब लहू के टीके लगा लगा कर उठो केसरी बानो मे।
समय आ गया मत चुको गद्दारो का खून बहाने मे।
इसलिए समय की मांग है *वोट का सुदर्शन चक्र* चलाना होगा, इस हिन्दू राष्ट्र मे फिर से हिन्दूत्व जगाना होगा....
*