राहुल गांधी पर CM हिमंता के बयान से बढ़ा सियासी तापमान

राहुल गांधी पर CM हिमंता के बयान से बढ़ा सियासी तापमान #ATVideo #Politics

           

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हेमंत विश्व शर्मा ने जो कहा बिल्कुल सही कहा पहले तो बताओ इस्तीफा मांगने वाली कि देश को बर्बाद करने में इसी कांग्रेस पार्टी ने पर एक ही परिवार के सदस्यों ने जो फर्जी गांधी लिए घूमते हैं उस ने देश को बर्बाद किया क्या उन लोगों ने कभी अपना इस्तीफा दिया है उनकी औकात नहीं है किसी से इस्तीफा मांगने यह पहले अपने अंदर जाकर देखें फिर हेमंत विश्व शर्मा के ऊपर उंगली उठाएंगे हेमंत विश्व शर्मा का हमारा पूरा सपोर्ट है उन्होंने जो कहा सही कहाखिसियानी बिल्ली खंभा नोचे कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी और जितनी भी देश के गद्दार पार्टी है और सब क्या करें इस्तीफा तो मांगेंगे ही क्योंकि उनका लुटिया डूबने वाली है कमीशन खोरी दलाली यह सब बंद हो गई है बस उसी की वजह से मिर्ची लगी हुई है हेमंत विश्व शर्मा जिंदाबाद योगी मोदी बीजेपी जिंदाबाद हमारा फुल सपोर्ट हेमंत विश्व शर्मा को


कांग्रेस, आजतक, आप, सपा की ही बदनामी हो सकती है क्योंकि इन्होंने कभी भी देश तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल्लाह का विरोध नहीं किया
और सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत भी मांगा था

और कांग्रेस के पुराने सिपाही होने के ही कारण, शायद हेमन्त विश्व शर्मा जानते ही होंगे कि, कब किस प्रकार से, उन पर चोट करनी चाहिए

और कानूनी तौर पर भी, यह पूछना, कभी भी गलत नहीं हो सकता है कि, हमने कभी सबूत मांगा है क्या ?
और सही में कोई भी किसी के भी पिता होने का सबूत मांगता ही नहीं है क्योंकि यह मात्र, विश्वास करने की ही चीज होती है
मां ने कहा और हर कोई मान भी लेता है


देश में नेहरू और इंदिरा राजीव ,ने 70साल में जो बनाया ,एक बेईमान बेचने आया,जो अंग्रेजों के जासूस बन विदेशी आक्रांताओं को देश में मजबूती दे रहे थे ,,जो आजाद ,भगत,नेताजी जैसे महान क्रांतिकारियों का पता ठिकाना , गोरों तक पहुंचा रहे थे वे देशभक्त बन गए,उस संघी विचारधारा के लोग उन लोगों की पीढ़ी पर देशद्रोही होने का लांछन लगा रहे हैं,दुर्भगाय है देश का जो उन्हें अपने पिता को लेके इस तरह से सवाल किया जा रहा है,देश अभी नहीं बना है न ही 2014 में आजाद हुआ है,ऐसे कई लोग हैं जो इनसे देशभक्ति का सबूत मांगते हैं ,पर उनका दिल भी जानता होगा हमने इस देश के लिए छोटी उंगली भी नही कटाई,सर्जिकल स्ट्राइक पे सवाल पूछना ,या सरकार के हर कार्यशैली पर सवाल करना विपक्ष का हक है,उस पर संतोष प्रद जवाब सरकार को देना कर्तव्य,सेना पर भरोसा हर भारतीय को है पर सेना के कार्य को अगर बीजेपी नेता बीजेपी का मास्टर प्लान बताते हैं तो सवाल किया जाना सही है,जब देश का प्रधान मंत्री बीजेपी का प्रधान सेवक बनने की ओर अग्रसर हो तो देश के हर वर्ग का सवाल विपक्ष को पूछने का हक है ,,अगर देश हित में किया गया सेना या बड़े संस्थानों जैसे इसरो,डीआरडीओ के किए गए कार्य को बीजेपी अपना बताने में लगे तो विपक्ष का सवाल करना सही है।बाकी अंधभक्तों को समझना सिर पे पत्थर मारने जैसा है।जय हिंद


Sahi kha . हेमंत विश्व शर्मा ने क्या कहा क्या नहीं खाया यह राजनीतिक मुद्दा है राजनीति लोग जाने लेकिन माननीय प्रधानमंत्री जी के बारे में कांग्रेस के नेताओं ने हजारों बार अपशब्दों का प्रयोग किया है क्या उसके लिए कोई ट्वीट करेगा उसके लिए कोई धरना प्रदर्शन करेगा खून की दलाली करते हैं खून के सौदागर हैं प्रधानमंत्री को ना जाने कितने कितने बजे अपशब्दों से कांग्रेस ने देश में दुनिया में बदनाम करने की कोशिश की है तब जो किसी ने कोई ट्वीट नहीं किया किसी ने कोई धरना प्रदर्शन नहीं किया जब खुद पर सवाल उठा तो निकल पड़े ट्वीट करने प्रदर्शन करने जब राहुल गांधी यह कहें 6 महीने बाद जनता डंडे से प्रधानमंत्री की कमर को तोड़ेगी तब कोई धरना प्रदर्शन नहीं होता है कोई ट्वीट नहीं होता है मतलब यह लोग कुछ भी कहेंगे सब कुछ जायज है इनके बारे में अगर कोई गलत कहेगा उसके लिए सब कुछ करेंगे फ्री है भैया अब यह बोल देश नहीं है जो पहले था आप कितना भी जितना चाहो जितना जोर लगा लो जनता सब जान चुकी है जनता को सब पता है तुम्हारे कार्यकर्ताओं को भी पता है लेकिन हिम्मत नहीं होती बोलने की भाई किसी ने कहा था इज्जत दोगे तो इज्जत मिलेगी आप बड़ों का मान सम्मान रखना सीखिए हम लोग स्वयं भी आपको अच्छा बोलेंगे हम अभी आपको अच्छा ही बोल रहे हैं हम गलत नहीं बोल रहे हैं कुछ भी लेकिन पहले आप इतना करो कि अपने से बड़ों को इज्जत देना सीख लो प्रधानमंत्री एक दो आदमी के प्रधानमंत्री नहीं है वह पूरे देश की जनता के प्रधानमंत्री है वह तुम्हारे भी प्रधानमंत्री हैं प्रधानमंत्री के बारे में अपशब्द कहने से पहले सोच लिया करो कल को अगर तुमसे कोई बोलेगा तो मैं कैसा लगेगा अब कैसा महसूस कर रहे हो यही होता है भाई गलत मत बोलो मत बोलो


मोदी युग अंत की ओर :-

संसद में राष्ट्रपति का अभिभाषण विजनरी होता है। राष्ट्रपति अपनी सरकार के पिछले संसद सत्र से लेकर वर्तमान संसद सत्र तक सरकार के किए कामों का लेखा जोखा देश के सामने प्रस्तुत करते है तो अगले सत्र और भविष्य में सरकार की योजनाओं को प्रस्तुत करता है।

फिर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दोनों सदनों में चर्चा होती है , संसद सदस्य अपने सुझाव या आलोचना करते हैं और अंत में सदन का नेता ,देश के प्रधानमंत्री दोनों सदनों में उस चर्चा का जवाब देते हैं।

प्रधानमंत्री के जवाब में सभी सांसदों के लगाए गये आरोप प्रत्यारोप और सुझावों पर प्रधानमंत्री अपनी सरकार का विजनरी पक्ष रखते हैं , कुछ सांसदों का सुझाव स्वीकार करते हैं तो कुछ सुझावों को तर्क और तथ्य के आधार पर नकारते हैं फिर वोट आफ थैंक्स होता है और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर वोटिंग होती है। जहाँ वोट आफ थैंक्स का सदनों से पास होना सरकार के बहुमत प्राप्त होने को प्रमाणित माना जाता है।

यह एक स्वस्थ लोकतंत्र की स॔सदीय प्रक्रिया है।

मगर 7 फरवरी को देश के प्रधानमंत्री , लोकसभा में अपनी ही पार्टी , अपने ही संगठन , अपने ही ट्रोल आर्मी द्वारा घोषित एक "पप्पू" राहुल गाँधी के संसद में दिए भाषण के कारण ट्रोलर की तरह 2 घंटे 20 मिनट राहुल गाँधी को ट्रोल करते रहे वह एक प्रधानमंत्री की हताशा को दिखाता है।

संसद के एक सांसद मात्र राहुल गाँधी के संसद में दिए ऐतिहासिक भाषण की काट कर करने के लिए रातदिन "गरुण पुराण" पढ़ते रहे और संसद में उसी को लेकर राहुल के राष्ट्रवाद पर आरोप देते रहे।

दरअसल मोदी राष्ट्र को सरकार की योजना नहीः बल्कि पंजाब , मणिपुर , गोवा और उत्तराखंड में कांग्रेस से जूझ रही अपनी पार्टी का संसद से प्रचार कर रहे थे।

मोदी निश्चित रूप से बोलने में एक बेहतरीन कलाकार हैं , तथ्य और तर्क लाख झूठें हों वह इन झूठ के सहारे ही देश की जनता का मनमस्तिष्क अपने एक भाषण से ही परिवर्तित करने की क्षमता रखते हैं और पिछले 9 साल से ऐसा लगातार किया भी है।कल संसद में उनके 2 घंटे 20 मिनट उनमें मैं केवल हताशा देखता रहा , ना ही भाषण में वह तेज , ना वह पुट , ना आत्मविश्वास।

बस ट्रोलर की तरह राहुल गाँधी और कांग्रेस पर ऊल जुलूल आरोप , लगातार , और जो कांग्रेस इस समय जर्जर स्थीति में 54 सीट पर लोकसभा में सिमटी है उसे वह 44 सीट पर जीता हुआ लगातार बताते रहे।

निश्चित रूप से एक तानाशाह के अपनी विपरीत स्थीति में किया जाने जैसा आचरण ही मोदी का संसद में दिया भाषण था।

5 राज्यों का चुनाव , उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के प्रचार से प्रधानमंत्री की दूरी उनके काल के पतन का संकेत है।

तब कि जब प्रधानमंत्री 24×7×12×365 अपनी पार्टी के चुनावी मशीन से अधिक कुछ नहीं , प्रधानमंत्री तो बिल्कुल नहीं।

यह भाषण मोदी युग की समाप्ती और राहुल गाँधी युग के शुरुआत की घोषणा करेगा। और भाषण में दक्षता ही यदि बेहतर नेता होने का मापदंड है तो इस संसद सत्र में राहुल गाँधी जीत चुके हैं और मोदी हार चुके हैं।

राहुल के भाषण की विश्व भर में प्रशंसा हो रही है , विरोधी भी प्रशंसा कर रहे हैं और मोदी के कल के भाषण की हर ओर आलोचना हो रही है।

यही कारण है कि राहुल गाँधी के लुधियाना (पंजाब) में की गयी वर्चुअल रैली को 11 लाख से अधिक लोगों ने लाईव देखकर विश्व की किसी भी लाईव रैली को देखने का रिकार्ड बना डाला।

मोदी युग के अंत का प्रतीक है , बस थोड़ा प्रतिक्षा करिए क्योंकि चुनावी मशीन की इक्सपायरी डेट करीब आ चुकी है।


जय श्री राम आज तक न्यूज़ न्यूज़ वालों हेमंत जी ने इसमें क्या गलत कहा बिल्कुल सही कहा कि राहुल गांधी का क्या वंशज है सिर्फ नाम का गांधी लगाने से ब्राह्मण नहीं हो जाता उसके पूर्वज कौन है यह भी तो सिद्ध करना चाहिए रही बात राहुल गांधी आलाकमान थी या नहीं थी जो लोग देश के प्रधानमंत्री को अब शब्दों में बात कर सकते हैं भारतीय सेना के पराक्रम पर शक कर सकते हैं हर चीज का सबूत मांग सकते हैं तो क्या देश का आम नागरिक राहुल खान बाबा वंश के बारे में नहीं पूछ सकता क्या यह सबूत नहीं मांग सकता क्या बिल्कुल सही कहा हेमंत जी ने मैं क्या पूरा हिंदुस्तान उनकी कही हुई बात का पूर्ण समर्थन करता है जो लोग प्रभु श्री राम जी को काल्पनिक कर सकते हैं उन लोगों के बारे में कभी आप की न्यूज़ नहीं सुनने में आई आज तक वीडियो बिका हुआ दलाल न्यूज़ है करोड़ों रुपए की डाली करता है सत्य को झूठा बताता है और झूठ को सत्य बताता है सबसे बेईमान चैनल है और सभी में युवाओं से अनुरोध करता हूं कि आज तक न्यूज़ चैनल का बाइक कार्ड करना चाहिए इसके ऊपर जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए दलाल चैनलों की आज के इस आधुनिक युग में जरूरत नहीं है आज तक चैनल वाले अकबर हुमायूं औरंगजेब जैसे कई आक्रांत आतंकवादियों को महान बताता है इनको महाराणा प्रताप शिवाजी महाराज सूरजमल जी महाराज बप्पा रावल जी चंद्रशेखर भगत सिंह आजाद जैसे कई क्रांतिकारी नहीं दिखाई देते हैं जय श्री राम


Paltu Ram satta ka bhookha. Corruption. Washing machine ka kamal. Amit Shah asked what about corruption. Aisa nahi puchta!!! You cannot win an argument with a liar cause they believe in their own lies. Toppling crush dissent Oponenents. Malign Trivialise bluff What about has destroyed decency in Indian democracy. Showbaazi rallies its personal attacks what has it got to do with vikas betterment of the poor people. Most lawmakers are crorepati some criminals Ruling a poor country.
The fact that people mislead to get misled by narratives is disturbing. Educated sanskari migrating to Rich educated countries where rule of law to all no discrimination.It didn't start with Gas chambers it started with one party controlling media what is truth censoring speech, silencing opposition dividing citizens into us and them, calling on their supporters to harrass. It started when good people turned a blind eye and let it happen. To argue with a liar you cannot win because they believe their own lies. Not decency.


Himanta what you said is a Democratic word's? If the same word's language was speak against you and your father will you consider it as democratic or Insult?
Don't forget before you joined BJP you were in Congress that Congress who made you who you are today but you defected to BJP to save yourself from CBI investigation for your corruption under Tarun Gogoi ministry where you were Minister.
Even after you join BJP again you kick out the real and senior most permanent BJP leader Sanowal from CM post with the help of Modi and Shah. Because of Sanowal sincerity and dedication in BJP, BJP can win election in Assam.
Mr. Himanta every language has a limit but with this insulted language you have crossed every limite just to impress your master Modi and Shah
But don't forget BJP and you will not be in power for lifetime.