संत रविदास का दर, दलित वोट की आस ! नेताओं का दलित प्रेम

संत रविदास का दर, दलित वोट की आस ! नेताओं का दलित प्रेम, देखिये #Dangal , Chitra Tripathi के साथ #PunjabElections पूरा कार्यक्रम यहाँ देखें:

           

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आज के 'बहुजन ' नायक श्री श्री अखिलेश यादव ने मई 2012 में शपथ ग्रहण किया और जुलाई में 8 जिलों का नाम बदल दिया ।

ये वह जिले थे ,जो बहुजन ऐतिहासिक महापुरूषों के सम्मान में बने थे ।

जिलों का नाम :-

१) प्रबुद्ध नगर को शामली कर दिया

२ ) भीम नगर को संभल बना दिया

३ )पंचशील नगर को हापुड़

४ ) महामाया नगर को हाथरस

५ ) ज्योतिबा फुले नगर को अमरोहा

६ ) कांसीराम नगर को कासगंज

७ ) छत्रपति शाहू जी महराज नगर को अमेठी

८ ) रामाबाई नगर को कानपुर देहात

यह तो एक झटके में कर दिया । पंचशील नगर तो बुद्ध यानी कोईरी के सम्मान में बनाया गया था । महामाया भी शाक्य यानी कोईरी थीं , ज्योतिबा फुले माली थे और शाहू जी महराज कुर्मी थे । कोई सवाल पूछने वाला है कि इन महापुरूषों से इनको बैर क्या था ?

2014 में मोदी जी की सरकार बनी और 15 जनवरी को संत रविदास नगर का नाम भी बदल दिया !

किसको संतुष्ट‌ करने के लिए ?

आज वर्णवादी मिडिया इन्हें ही बहुजन कह कपार पर थोप रही है ! क्यों भाई !