1ºप्रधानमंत्री मोदी ने अपने एक भाषण में "साइकिल" को "आतंकवाद" से जोड़ कर देखा है!
आज़ाद भारत में मोदी जी पहले प्रधानमंत्री होंगे जो चुनाव जीतने के लिए ऐसी होंछी, खटिया और गैर जिम्मेदाराना बयान दिया हो!
अरे, साइकिल तो गरीब, दबे कुचले, बेरोजगार और उन लोगों की सवारी है जो दो वक्त की रोटी के लिए दिन भर मेहनत करते हैं और उन्हीं लोगों को मोदी जी ने गाली दी है!
मोदी जी, आप तो 12 करोड़ की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर चलते हैं और 8 हजार करोड़ की हवाई जहाज पर उड़ते हैं, आपको इन साइकिल चलाने वालों का दर्द क्या मालूम होगा?
मोदी जी, आपको यूपी चुनाव हार जाने का डर इतना सता रहा है कि आप कुछ भी अनाप शनाप बयान दिए जा रहे हैं?
आपको याद है ना कि लॉक डाउन के समय एक 15 साल की लड़की ने अपने बीमार पिता को बिठा कर दिल्ली से बिहार करीब 1000 किलो मीटर की दूरी साइकिल पर तय किया था?
याद है कि भूल गए?
आप उस गरीब लड़की का भी मज़ाक उड़ा रहे हैं!
बंगाल चुनाव याद है ना मोदी जी जहां आपने अपने लगभग सारे रैलियों में ममता बनर्जी को "दीदी ओ दीदी" जैसे हल्के शब्द का प्रयोग करके संबोधित किया करते थे और बंगाल की जनता आपकी इस गैर जिम्मेदाराना हरकत को बर्दाश्त नहीं किया था और बीजेपी का बंगाल से सफाया हो गया था!
यही काम आप यूपी में भी कर रहे हैं मोदी जी, कहीं इस बार भी आपका सफाया न हो जाए!
मोदी जी, जब आप ही इस तरह के बयान देंगे तो आपके छुटभैये नेता तो और भी घटिया बयान देना शुरु कर देंगे बल्कि दे भी रहें हैं!
आतंकवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे को आप इतना हल्का कैसे बना सकते हैं?
मोदी जी, मेरी आपसे गुजारिश है कि आप प्रधानमंत्री की गरिमा बनाए रखें और भविष्य में ऐसी ओंछी बयान नहीं देंगे!
2ºएक ठो खान्ग्रेसी मिला बोल रहा था , कि अगर कांग्रेस यह कहती कि हमने इतने अरब लोगो को सरकारी स्कूल कालेज यूनिवर्सिटी खोल के लगभग फ्री में पढ़ाया , phc , chc , जिला अस्पताल मेडिकल कालेज खोल के फ्री में इलाज कराया , बिना टोल के सड़क पर यात्रा करवाई , राशन की दुकान से सस्ता राशन दिलवाया , मिट्टी का तेल चीनी सब , सस्ते रेल टिकट पर देश भर के लोगो को यात्रा करवाई और
ये जो सबके बाजुओं पर चवन्नी वाला छापा है न , वो वैक्सीन ही है , लेकिन कभी दावा करते सुना हमको ..... घर घर जाकर पोलियो ड्राप पिलाया , पोलियो और चेचक बड़ी माता का नामोनिशान मिटा दिया लेकिन कभी घमंड नही किया ....
ये 5 किलो राशन और वैक्सीन पर ही इतना उधिरा गए है , पता नही पहले जितना कल्याणकारी काम होता था उतना किये होते तो ये देश तो इनके एहसान तले दब कर मर ही गया होता ....
Note - जिस के परिवार में चवन्नी छापा वाला व्यक्ति , सरकारी स्कूल में फ्री में पढ़ा , सरकारी हस्पताल से इलाज कराने वाला , राशन की दुकान से सस्ता राशन उठाने वाला मेम्बर न हो ऐसा कोई शाच्चा हिन्दू प्रकट होकर इन कांग्रेसियों को मुंह तोड़ जवाब दे , प्लीज़ .. जल्दी आओ ...