1ºभगवान राम एक सामान्य मनुष्य की भांति जीवन के हर दुःख, सुख का सामना करते हैं। राम लोगों को यह बताने का प्रयास करते हैं कि मनुष्य को किस प्रकार से जीवन बीताना चाहिए। श्री कृष्ण की तरह राम गीता का उपदेश नहीं देते हैं बल्कि जो उपदेश वह देना चाहते हैं उसे स्वयं के ऊपर प्रयोग करके सच्चे पुरूष का आदर्श प्रस्तुत करते हैं। यही कारण है कि राम मर्यादा पुरूषोत्तम कहलाते हैं।रामायण, ऐसा ग्रंथ है जिसके बारे में लगभग हर हिंदू जानता है। इसमें वर्णित प्रसंग न केवल श्री राम जी की जीविनी पर प्रकाश डालते हैं बल्कि मानव को जीवन जीने की सही कला सिखाते हैं, आज्ञाकारी होना सिखाते हैं, माता-पिता की आज्ञा को अपने धर्म व कर्तव्य समझना चाहिए जैसे कई गुण श्री राम के चरित्र से पाए जाते हैं। कठिन से कठिन परिस्थिति में अपने धैर्य नहीं खोना चाहिए ये गुण भी मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम से ही सीखने को मिलता है।..maryada purushottam ram eash liye Bola Gaya jis din ram ke adesh pe ham chalne lage to yah Hindu Muslim kabhi nahi hoga ham sab bhai Hai or hamesh rahege
2ºराम मंदिर का शिलान्यास भाजपा ने किया और राम मंदिर का पूरा होने के बाद उसका पूरा होने के बाद रामलला का मंदिर में गृह प्रवेश भी भाजपा के नेताओं के द्वारा ही होगा और भाजपा सरकार के अंतर्गत ही होगा यह उत्तर प्रदेश और देश की जनता का आशीर्वाद है विश्व में अराजकता कभी भी अपने मकसद में पूरा नहीं हो पाएंगे चाहे वह विपक्षी पार्टियां जो हमेशा से ही राम विरोधी मानसिकता की गुलाम रहे हैं और समय आने पर जिन्होंने देख लिया की मर्यादा पुरुषोत्तम राम भारत भूमि का अस्तित्व है तब यह पार्टियां वहां जाकर के मत्था टेकने गई अपने चुनावी अभियान की शुरुआत भी मत्था टेक करके की भगवान कभी भी ऐसे स्वार्थी लोगों का साथ नहीं देता जो स्वार्थ बस उनके चरणों में मत्था टेकता है