1º2014 में मैने बीजेपी को वोट दिया तब मेरी गाड़ी 100 रुपया में मुझे 80 किलोमीटर ले जाती थी, 2019 में मैने बीजेपी को वोट किया तब मेरी गाड़ी मुझे 100 रूपिए में 60 किलोमीटर का सफर करवाती थी 2022 में भी मैं बीजेपी को ही वोट दूंगा भले ही मेरी बाइक अब मुझे 100 रूपया में 30 किलोमीटर का सफर करवाएं।
बीजेपी के नाम पर इस 30 किलोमीटर को 80 किलो मीटर में बदल दूंगा
30 किलोमीटर रेल कर बाकी 50 किलोमिटर धकेल कर ही क्यों न ले जाना पड़े,
पहली बार भारत के इतिहास में ऐसा हो रहा है कि यूपी के चुनाव में यूपी के मुख्यमंत्री के ऊपर घोटाले का आरोप नहीं है उसके ऊपर आरोप नहीं है कि उसने विभिन्न विभिन्न योजनाओं में पैसे का घोटाला किया, हां थोड़ा अचंभित करने वाला खबर है कि योगी जी के उपर आरोप लगाया जा रहा है कि उसने क्राइम को खत्म करने के लिए क्रिमिनल को ही खत्म कर दिया, पहली बार भारत के इतिहास में किसी मुख्यमंत्री ने राजपूत लाला दलित चमार यादव कहार ब्राह्मण को अलग अलग नाम से ना बुलाकर हिंदू कह के बुलाया है पहली बार जातिवाद की राजनीति में फंसी यूपी को किसी ने हिंदुओं के आराध्य श्री राम की जन्मभूमि का दर्शन करवाया है।
आप उसी यूपी के निवासी हैं जहां पर मुजफ्फरनगर में हर सप्ताह दंगे होते थे कभी जातिवादी समीकरण के नाम पर तो कभी मंदिर के नाम पर कभी मस्जिद के नाम पर तो कभी गुरुद्वारा के नाम पर, रक्त से सनी उत्तर प्रदेश की भूमि को दुष्टों के रक्त से धोकर साफ करने वाले पहले मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी के आने से आपको भी पता है कि यूपी में क्या बदलाव हुए हैं। आप लाख मोदी योगी विरोधी हो लेकिन आप इस बात को झुठला नहीं सकते हैं कि राम मंदिर निर्माण में बिना रक्त बहाए इतने बड़े ऐतिहासिक फैसले को जमीनी स्तर पर मंदिर निर्माण जैसे पूजन ऐतिहासिक विश्कर्मा पूजन करने वाले मुख्यमंत्री ने आपके उत्तर प्रदेश के प्रशासन को मजबूत किया है।
हां अभी भी बीजेपी सरकार में बहुत सारी खामियां हैं ,बीजेपी सरकार को युवाओं की नौकरी के बारे में सोचना चाहिए, सोचना चाहिए रोजगार के बारे में, लेकिन 5 साल में सब कुछ नहीं बदल जाता है ,आपको समय देना होगा आप किसी भी पार्टी को वोट दीजिए, आप किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े क्यों न हों, लेकिन एक बात याद रखिए हिंदुस्तान में यूपी की राजनीति तय करती है कि भारत की राजनीति का नक्शा कैसा हो? आपका एक वोट केंद्र में बैठे सरकार को और मजबूत बना सकता है।
काशी अयोध्या तो झांकी है मथुरा वृंदावन अभी भी बाकी है