1ºAhamadshah Shah Ahamad तू बता इस्लाम हमेशा खतरे में क्यों रहता था। अब नही बोलते जेहादी की इस्लाम खतरे में है। झूठा कयामत, झूठा जन्नत, झूठा बहत्तर हूर, झूठा शराब के चक्कर में क्यों वर्तमान को बर्बाद कर रहा है।
अरबी किताब ने दिमाग सुन्न कर दिया इसलिए सुन्नत के चक्कर में क्या क्या करता फिरता है।
धरती चपटी है। सूरज कीचड़ में डूबता है। पहाड़ इसलिए बनाया ताकि चटाई रूपी धरती सिमट न जाए। क्या उलूल जुलूल लिखा है। औरत को पाक करने के लिए हलाला गैर मर्दों के साथ हम बिस्तर फिर भी दिमाग काम नही कर रहा है और अब भी यही सोच रहा है।