1ºजब साधु संत ही भगवान को अपमानित करने लग जावे? तो समझ लो दुनिया का अंत निकट हे? कुछ जाहिल लोग भगवान को भगवान समझते ही नहीं हे भगवान की तुलना एक अदने से इंसान से करने लगते हे? अरे जाहिलो भगवान सरष्टि रचयिता हे भगवान के बनाए हुए इंसान हे ओर एक इंसान की तुलना भगवान से थू हे ऐसी मानसिकता के लोगों पर जो भगवान के क़द को ना समझ सके? ओर ऐसे लोगों को कुछ अन्ध्भवत मिलकर साधु संत बना देते हे जिनको भगवान ओर इंसान के बारे में फ़र्क़ ना मालूम हो? ऐसे ही लोग दुनिया के सामने धर्म को हँसीं का पात्र बना देते हे?
2º