भारत में आ सकता है भोजन संकट?

किसानों को नहीं मिल रहा आसानी से खाद, भोजन संकट के संकेत? क्या कहते हैं आंकड़े और एक्सपर्ट्स? #ATDigital #FoodCrisis #FertilizerShortage

           

https://www.facebook.com/aajtak/posts/10162616510777580

सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए चाहे कोई भी हालात रहे सरकार को अपने आप पूछना चाहिए ना कि कि किसानों के पर संकट लाना चाहिए किसान अगर संकट में रहेगा अगर उसे यूरिया खाद व नेताओं से मिलेगी तो किस तरह से किसान अपनी खेती बाड़ी कर सकेगा किस तरह से वह फसलों को तैयार कर सकेगा और किस तरह से फसल काट के भेज सकेगा जब फसल के लिए यूरिया और खाते ही जैसी चीजें में की मिलेगी तो अच्छे से डाल नहीं सकेगा तो फसल भी उतनी अच्छी नहीं हो सकेगी इतनी अच्छी कि किसानों विद करता है सरकार को सबसे पहली बार यूरिया खाद ऐसी चीजों के दामों में कमी करनी चाहिए उनको इतने महंगे दाम पर नहीं भेजना चाहिए दूसरी बात विदेशों से जहां जहां से आती है चीजें वहां वहां पर बातें करनी चाहिए चर्चा करनी चाहिए बैठक बढ़नी चाहिए यू कैन का और उसका जो भी युद्ध चल रहा है उन दोनों की आपस में बात करनी चाहिए किस तरह से तो दुनिया भुखमरी की कगार से आ जाएगी सरकार को बैठकर बातें करनी चाहिए चर्चा करनी चाहिए ज्यादा से ज्यादा इस बात से फोकस रखना चाहिए कि हमारी चर्चा एक सामान्य रूप से और सही गति हो जाए अगर चर्चा सही गति हो जाएगी तो किसानों को फायदा होगा और किसान अगर अच्छे से फसल पैदा करेंगे तभी फसल हजार भटकेगी तो जनता को भी राहत मिलेगी यह सब बातें प्रधानमंत्री मोदी को रूस और यूक्रेन से दोनों से ही बात करनी चाहिए क्योंकि चीन तो चालाक देश है उस चालाक देश से तो दूरी बनाकर रखनी चाहिए क्योंकि अगर जो दूर नहीं रहेगा उस देश से तो वह बर्बादी की कगार से चला जाएगा चीन सब देशों को बर्बाद करके अपने देश को आबाद करना चाहता है अपनी सत्ता की राजनीति तेज तर्रार तरीके से चलाना चाहता है और दूसरे देशों के बारे में नहीं सोचता दूसरे देशों को अपने जाल के झांसे में फंसा के उनके ऊपर से ऐसी बातें करवा लेता है सही और अभी तो मैंने सुना है इन दोनों एक हो रहे हैं रूसी बहुत बड़ी गलती कर रहा है अपने पैरों पर खुद कुल्हाड़ी मारने जा रहा है चीन के साथ कभी किसी का नहीं हुआ इस बात को अगर उस जल्दी से जल्दी समझेगा तो उसके लिए फायदा है नहीं समझेगा तो आने वाला वक्त को चीन का रुख दिखा देगा कि चीन क्या है चीन को जिसने समझा वह समझ नहीं पाया क्योंकि चीन वह चालाक देश है इसीलिए ऐसे देश से दूरी बनाकर रखनी चाहिए और किसानों के लिए और उससे और फिर से दोनों से ही बोलना चाहिए अब बहुत हुआ अब युद्ध खत्म करो तुम्हारे हार जीत के फैसले में दुनिया फिश रही है तुम्हारे युद्ध के फैसले हुए दुनिया खड़ी कगार पर आ रही है दुनिया में गाय की कगार पर जा रही है सारे देशों को एकजुट होकर भारत को भी उस में बैठना चाहिए अभी तक भारत बैठा नहीं है मगर अब भारत को बैठ कर बात करनी चाहिए क्योंकि अगर भारत बैठ के बात नहीं करता है भारत के प्रधानमंत्री मोदी बैठकर बात नहीं करते हैं चर्चाएं नहीं करते देशवासियों के साथ अच्छा नहीं होगा क्योंकि इससे भारत से भी संकट आएगा चर्चा से कितनी तेज भाग सकता है भारत चर्चा तो देश विदेश के लोगों से बैठकर करनी होगी इस बारे में किसी भी तरह खत्म होना चाहिए युद्ध खत्म होगा तब सही होगा




+