1ºAmit Singh Raj गुफा वाली सोच से कभी कभी बाहर आना चाहिए सेहत के लिए अच्छा होता है ...
हमको ये देखना चाहिए कि क्या हमारे देश द्वारा भेजे गए अनाज में रूबेला वायरस है,क्यों कि इंटरनेशनल लेवल पर यूरोपियन देशों में food quality पर बहुत जोर दिया जाता है,एक बार मलेशिया के एक राजनेता अपने यहां से पानी इसलिए लेकर आये थे क्यों कि यहां पानी की क्वालिटी अच्छी नही है,और इस सच्चाई को हम झुठला नही सकते,सिर्फ अपनी प्रशंसा खुद करने से काम नही चलेगा,हमारे प्रोडक्ट की क्वालिटी इंटरनेशनल स्तर की बनानी होगी तभी हम चीन को टक्कर दे सकते है,चीन हल्का माल भारत मे डंप करता है और best quality यूरोप और usa भेजता है
2ºMuhammad Arshad Alvi अ२बी की न|छयश तेरे को पहले बोल दिया था जैसी भाषा तेरी होगी उसी भाषा ही जबाब मिलेगा सुन पाक प्रेमी b.c, तेरे बाप-दादा तु ऊट का पेश|ब P कर बडे हुऐ होगे ..!!
चार सबुत दिऐ मगर तुम ज|hil जिह|दी को जिहादी सोच के सच ओर सबुत कहा दिखा देते है..,
इतने सबुत देने तुम लोगो आज घरती चपटी है .. अब चाहे पाक ओर पाक प्रेमियों कितने सबुत दे दो , पाक नहीं मानता उसके यहा आतकी पंनाह लेते ओर वैसे ही पाक प्रेमी देश हित की खबरो के लिये कितना सबुत दे दो मगर देश को बदनाम करने के उस सबुतो मानते नहीं है ...
सुन मै अ•म्मी य|र नहीं बार-बार सबुत देता रहु, जाके अपने आका पाक चैलनो की पाक के उपजाने कि पाक सरकार कि परसती मे गैरकानुनी अनाज तस्करी पर डिबेट देख पि°le, हम पर नहीं तो अपने पाक बाप के लोगो पर विश्वास तो कर ज|hil
3ºसभी देशों में कुछ पादप संघ रोधन नियम बनाए गए हैं जिन्हें प्लांट क्वॉरेंटाइन नियम कहा जाता है इंडिया में भी ऐसे नियम है जब भी कोई कृषि उत्पाद दिया कोई बायोलॉजिकल यह बॉटनिकल वानस्पतिक उत्पाद एक दूसरे से एक देश से दूसरे देश भेजा जाता है तो भेजने वाला देश उसमें जांच करा कर एक सर्टिफिकेट अटैच करता है कि यह समस्त रोगों से मुक्त है और प्राप्त करने वाला देश पुणे एयरपोर्ट पर या बंदरगाहों पर उनकी जांच कराता है और कोई उसमें रोग या वायरस ना पाए जाने पर ही उसको आने की अनुमति देता है यह प्रायः सभी देश पालन करते हैं भारत भी इसी का पालन करता है भारत ने कई बार कई देशों को कोई वायरस से रोक पाए जाने पर उस देश को लौटा दिया एक बार आस्ट्रेलिया से आई गई एक बियर में प्रयोग होने वाली हर्बी वापस कर दी थी तो इसमें यह कोई बात नहीं है क्योंकि इससे यह होता है कि जो बीमारी उस देश के लिए उस देश में नहीं है उस देश में आकर भयंकर महामारी ले सकती है जो उस देश की उस फसल के लिए विनाशकारी साबित हो सकती है