1ºकई मुख्यमंत्री अपने राज्यो को छोड़ भ्र्ष्टाचार को ग्लोरीफाई करने आ गए है। अगर राहुल सही है तो , माहौल बिगाड़ने की क्या ज़रूरत? कोंग्रेस का कोई राजकीय स्तर ही नही रह गया ये आजकी कोंग्रेस ने बता दिया। देश को कोरोना से बचाया जा सकता है पर कोंग्रेसी मानसिकता को कोंग्रेस को ही ले डूबेगी तो देशभक्ति की अपेक्षा रखना बेकार है। आज तक कोंग्रेस को देशहीत के लिए ऐसे प्रदर्शन करते नहीं देखा। कमसेकम कोंग्रेस " बेरोजगारी" की शिकायत नही कर सकती नहीं तो अपना काम धंधा छोड़ के नहीं आते। कमसेकम कोंग्रेस को सपोर्ट करनेवाले, कार्यकर्ताओं और नेताओं को अपने स्वाभिमान के बारेमे सोचना पड़ेगा।