1ºमोदी सरकार ने देश में अराजकता का माहौल पैदा कर दिया।चाहे सीएए आंदोलन हो,चाहे किसान आंदोलन हो,चाहे धार्मिक मुद्दों से जुड़े आंदोलन हो,चाहे पश्चिमी बंगाल में चुनाव हों,चाहे महाराष्ट्र सरकार की अराजकता हो,चाहे राजस्थान सरकार की मनमानी हो,सब जगह लोगों को अराजकता फैलाने की खुली छूट दी जा रही है।इन अराजक लोगों पर वसरकारों पर केंद्र का कोई नियंत्रण ही नहीं है। केंद्र सरकार द्वारा बिना तैयारी किये हुए एक सिगूफा छोड़ दिया जाता है, परिणाम स्वरूप देश का माहौल खराब होने लगता है।और राष्ट्र की होने वाली जनधन की हानि को केन्द्र सरकार मूक दर्शक बने हुए देखती रहती है।
2ºअग्निवीर योजना में कुछ शुधार के जरूरत है
सेना में जाने के लिए जो भी recurment होता हैं बहुत टॉप होता है ये बात सभी को मालूम हैं
सबसे पहले फिजिकल उसके बाद मेडिकल फिर रिटेन एग्जाम फिर सब मिलाकर मेरिट बनता है तब सलेक्शन होता हैं
मान लीजिये की एक बार मे 100 लड़का भर्ती हुवा तो उसमें से 25% का जबArmy में कन्फर्म हो गया बाकी के 75%को 20% crpf में /20 %BSF में10%SSB मे 10%ITBP में 10%असम राइफल्स में 5%को satete पुलिस में दाल दिया जाए
एक भर्ती से सभी फ़ोर्स का जरूरत पूरा हो जाएगा सभी को जब भी परममेन्ट हो जयेगा जय हो
3ºयुवा पीढ़ी किस दिशा में जा रही है ये कभी सोचा है किसी ने
रिटार्यरमेंट का सबने सोचा लिया
टिक टॉक और रिल्स से फोकस हटे तब कुछ समझ आएगा युवा पीढ़ी बर्बाद वैसे भी हो रही है चार साल कुछ बुरे नही है यदि तुम्हे अच्छा अनुशासन सीखने को मिलता है। और साथ के सैलरी भी मिल रही है 17 -21 में बच्चे अपने रास्ते से भटक रहे है कुछ सीखेंगे तो अच्छा ही तो है सेना में अनुशासन है
समाज सुधार जाएगा और भविष्य बनाने के लिए लोग 40 की उम्र तक सरकारी नौकरी के पीछे पड़े रहते है 4 साल आर्मी में सेवा देने पर आप बूढ़े नहीं हो जायेगे बल्कि आप कुछ सीखेंगे और जो अच्छा सीखेंगे वो समाज को बताएंगे कुछ एहसास तो होगा की संघर्ष क्या होता है भ्रष्टाचार भी खत्म होगा
4º#बी_पॉजिटिव
ऐसे समझो कि आप 4 साल के लिये गुरकुल में जा रहे हो।
शरीर बलिष्ठ होगा
बुद्धिविकास होगा
स्वयं की , परिवार कि, समाज की रक्षा कर सकते हो।
बहुत कम उम्र में आर्थिक रूप से सक्षम हो गये।
21-22 की आयु में जेब मे 12 लाख + जो महीने की सेलरी जोड़ोगे वो रुपये हो गये।
समाज एक इज्जत की नजर से आपको देखेगा।
IAS , PCS , डॉक्टर , इंजीनियर , बिजनेसमैन जो इच्छा हो बनो।
अपने अनुभव से कहता हूँ,
जब जेब गर्म रहती है प्रियवर, तो जो सफलता 5 साल में मिलने वाली होती है वह 2 साल में मिल जाती है। दुसरो के ऋणी होने से बच जाओगे ! इसका लाभ है कि स्वंत्रत निर्णय ले सकते हो। अपने कैरियर , व्यक्तिगत जीवन का अपनी इच्छा के अनुसार नींव रख सकते हो।
इतने से भी संतुष्ट न हो तो चार वर्ष बाद निर्धारित जवानों को तो सेना में रखा ही जायेगा न ।
आगे मेहनत करिए उनमें शामिल होइए।
आपके दिलचस्पी के अनुसार कमांडो की , विशेष सुरक्षा बलो की तैयारी भी करवाई जायेगी मेहनत करिए उनमें चयन दीजिए।
4 वर्ष बाद शस्त्र लाइसेंस जारी किए जायेगे। प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियो में सम्मान के साथ नौकरी पा सकते है।
इससे भी संतुष्ट नहीं तो सरकार ने अनाउंस कर दिया है की अग्निवीर के 4 साल की नौकरी को ग्रेजुएट डिग्री की मान्यता मिलेगी जो देश विदेश सब जगह मान्य होग़ी…उन्हें CRPF और असम राइफ़ल में भर्ती की पहली प्राथमिकता!
पहले क्या करते थे 16 वर्ष की उम्र से दौड़ और तैयारिया चालू कर देते थे आप क्या हासिल होता था कितने प्रतिशत युवा लग पाते थे? अब कम से कम चार वर्ष तो मिल रहे है। अपने सपनो को पूरा करने के लिए।
परिवर्तन को जो अवसर में न बदला वह मारा जायेगा। यह अवसर है ,इसका लाभ लीजिये ! इससे एक उज्जवल भविष्य बन सकता है।
5º