अग्निपथ पर आक्रोश..बिहार-यूपी में रोष

अग्निपथ पर आक्रोश..बिहार-यूपी में रोष #ATVertical

           

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सिर्फ 4 साल की नौकरी से क्या होगा ,सिर्फ 30 हजार सैलरी से क्या होगा ,सिर्फ 44 लाख के बीमा से क्या होगा ,4 साल बाद रिटायर होने पर इन युवाओं का क्या होगा?

आदि आदि

तो सुनो ज्ञान के अंधों, आप शायद नहीं जानते लेकिन सभी कॉरपोरेट हाउस फोर्स आजकल सेवानिवृत्ति के युवाओं की तलाश कर रहे हैं क्योंकि किसी भी काम को सफलतापूर्वक करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण गुण पहले सेना द्वारा सिखाया जाता है, और वह है अनुशासन! किसी भी संस्था को एक अनुशासित व्यक्ति की आवश्यकता होती है और जो अनुशासित होते हैं वे किसी भी काम को दूसरों की तुलना में तेजी से सीखते हैं, उसे तेजी से करते हैं!

दूसरा, आप इस बात से क्यों चिंतित हैं कि 4 साल बाद उनका भविष्य क्या होगा? इस योजना को पसंद करने वाले जाएंगे या करेंगे दूसरी नौकरी! अगर आपको यह योजना पसंद नहीं है, तो मत जाओ, अपने बच्चों को मत भेजो! जो मोदी जी जबरन आपके माथे पर कट्टा भिड़ा की सेना में शामिल हो रहे हैं!


8 साल पहले देश में सबकुछ ठीक चल रहा था, डीजल-पट्रोल 55-60 रुपिये लीटर था, महंगाई भी ज्यादा नही थी, सरकारी नौकरियों (रोजगार) का भी ज्यादा कोई संकट नही था, लोगों के काम धंधे भी ठीक चल रहे थे, आम लोगों का जीवन स्तर भी ठीक था, लोगों के आर्थिक हालात भी ज्यादा बुरे नही थे, तब ना सरकार को कोई सरकारी संस्थान बेचने की नौबत आई थी, ना निजीकरण की नौबत आई थी फिर इन आठ सालों में देश के हालात ऐसे क्यों हो गए? आज महंगाई आसमान छू रही है, डीजल-पट्रोल 100 के पार है जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का रेट 8 साल पहले वाला ही है! देश के अधिकतर सरकारी संस्थान सरकार ने बेच दिए या बेचने के कगार पर है! सरकारी नौकरी रोजगार बचा नही है चारों तरफ बेरोजगारों का रैला दिख रहा है व अन्य काम धंधे भी चौपट हो चुके, लोगों के आर्थिक हालात बद से बदतर हो चुके, अब तो हालात ऐसे उतपन्न हो गए कि सरकार को सेना में भी संविदा (ठेके) पर देने की नौबत आ गयी! फिर ऐसे हालात क्यों बने? इसका विश्लेषण करेंगे या गहराई में जाएंगे तब यही दिखाई देगा कि मोदी के पास देश चलाने के लिए कोई कारगर नीति या अनुभव नही था वह सिर्फ भाषण देने व लोगों को जुम्लेबाजी से बेवकूफ बनाने या खुद की ब्रांडिंग (प्रचार) करने के अलावा कुछ आता ही नही था! ना इनके पास कोई उच्च शिक्षा की डिग्री थी, ना इनको कोई अर्थव्यवस्था का ज्ञात था बस भाषण फेंकता रहा खुद की ब्रांडिंग (प्रचार) करता करवाता रहा, नॉटबन्दी, जीएसटी जैसे गलत फैसले लेता रहा और देश रसातल में पहुंचता रहा! अगर ऐसे ही हालात रहे तो देश भुखमरी बेरोजगारी में व आर्थिक तौर पर भूटान बंगलादेश से भी बदतर हालात में पहुंच जाएगा, और देश बर्बादी के जिमेदार वो मंदबुद्धि अंधभक्तों वाली खरपतवार ज्यादा है जो मानसिक रूप से अपाहिज हो चुकी जिनको देश बर्बादी पर कुछ भी दिखाई नही देता जो आज भी मोदी के गीत गा रहे है।cp


35-40 वर्ष के अधेड़ भी आगजनी कर रहे हैं तोड़फोड़ कर रहे हैं तुम्हारे में दम होता तो आज तुम भी IAS IPS CDS फाइट कर चुके होते ......कौन रोक रहा है तुम्हें, करो कम्पीटिशन फाइट.....कर लेना इस बार IAS क्रेक।

तुम्हारी कनपटी पर बंदूक लगाकर तुम्हें थोड़ी कोई जबरदस्ती भर्ती कर रहा है अग्निवीर में

जिन 18-21 साल के लड़कों के भर्ती होने की इच्छा है वो हो जाएंगे जिन्हें डिफेंस में रुचि नहीं है वो मन मुताबिक कोई दूसरा रास्ता अपना लेंगे।

और वैसे तुम 35-40 उम्र के अधेड़ों के लिए नहीं है अग्निवीर, एकदम तरोताजा 18-21 साल के युवाओं के लिए होगा वो।