1ºयह बगावत इन आमदारो के भविष्य का the end है, शिवसेना छोडकर कोई भी अब तक कामयाब नहीं हो सका, ED का डर इन्हें यहा लाया है, भ्रष्टाचार करके इतना काला धन जमा किया है तो ED पीछे लगेंगी ही, ए हिंदुत्व कि नहीं अपने काले धन और जेल जाने से बचने कि लढाई लढ रहे है, एक रिक्षा वाला बंगले वाला कैसे बना? उद्धव ठाकरे के नेतृत्व मे ही दो बार शिवसेना सत्ता मे आयी है, यह पैसा -पद के लोभ और ED के डर से डरे हुए लोग है जिन्हें शिवसैनिक सबक सिखाएंगे, महाराष्ट्र मे तो आओ , हिंदुत्व कौन सा ? छत्रपती शिवाजी महाराज का चाहिए या सावरकर-गोळवलकर वाला ? मा.उद्धव ठाकरे शिवाजी महाराज के हिंदुत्व पर चल रहे है और ए बागी गोळवलकर सावरकर के हिंदुत्व कि तरफ ED के डर से भाग रहे है ... महाराष्ट्र इन बागी विधायको के स्वागत के लिए तय्यार है, आओ तो सही महाराष्ट्र मे ...