जो सूखे पत्ते हैं उन्हें जाने दो, फिर से हरे पत्ते आएंगे, पार्टी नेताओं से बोले उद्धव ठाकरे

जो सूखे पत्ते हैं उन्हें जाने दो, फिर से हरे पत्ते आएंगे, पार्टी नेताओं से बोले उद्धव ठाकरे (Vidya) #EknathShinde #MaharashtraPoliticalCrisis | Sweta Singh

           

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सब pre planned है सर जी। उद्धव ठाकरे की ही साजिश है ये काँग्रेस ncp के साथ ढाई ढाई साल cm के पद की शर्त पर ये गठबंधन हुआ था अपना cm पद का कार्यकाल खतम हुआ इसलीये ये drama किया है bjp इनपर विश्वास कर के अपने पैर पर कुल्हाडी मार रही है। और अगर bjp इनके साथ सत्ता मे वापस आयेगी तो आने वाले दिनो मे bjp का voter bjp या अन्य किसी भी पार्टी को महाराष्ट्र मे vote नही करेगा। क्यू की वोट किसी को भी दो जनादेश का सम्मान नही होगा तो vote देके क्या फायदा
Bjp ncp के साथ सरकार बना ली थी
फिर सेना ने काँग्रेस ncp के साथ बना ली
अब bjp सेना फिर एक हो जायेगी तो विचारधारा और अपने मूल्यो और सिद्धांत के खिलाफ हम जा रहे है और फिर ऐसा है तो क्यू हमे धर्म,जात,भाषा सब चीजो पर ये सब पार्टीया लडाती है? हमे सोचने की जरूरत है।


यह मुंबई से जुड़ी पत्रकार मैडम उद्धव ठाकरे की प्रवक्ता की तरह बात कर रही है। उद्धव ठाकरे ने क्या कहा क्या नहीं कहा सबको पता है।झूठ को लेकर चल रहे थे उद्धव ठाकरे। उद्धव ठाकरे की अब हैसियत नहीं बची कि शिवसेना को खड़े कर सके। जो छोड़ कर गए हैं उन्हें पता है आगे कुछ भी हो सकताहै। सवाल हिंदुत्व का है जो शिवसेना का आधार है जिसका उद्धव ठाकरे सौदा कर चुके हैं एनसीपी और कांग्रेस के हाथों।
सच कड़वा होता है परंतु बोलना पड़ेगा। मुझे ऐसे लोग जो महाराष्ट्र से नहीं हैं फिर भी शिवसेना के साथ सहानुभूति रखते हैं क्योंकि उनके दिलों में बाल ठाकरे बसते हैं। उद्धव ठाकरे ने बाल ठाकरे के सपनों को चकनाचूर किया है। उनके नाम को बेच खाया है।




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