1ºअमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया लगातार लुढ़कता जा रहा है और गुरुवार को वह अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर 59.9 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। इसकी मुख्य वजह है कि अमेरिकी डॉलर लगातार अन्य उभरते बाजारों और प्रमुख वैश्विक मुद्राओं की तुलना में अपनी स्थिति लगातार मजबूत बनाता जा रहा है। रुपये का गिरता मूल्य निश्चित रूप से चिंता का विषय होना चाहिए। पिछले दो वर्षों में रुपये के मूल्य में 25 फीसदी का ह्रास हुआ है, इसका मतलब है कि एक रुपया में आप पहले जितनी वस्तुएं खरीदते थे, उसका तीन चौथाई ही अब खरीद सकते हैं।
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2ºईस समय देश में देश पल रहा आतंकवाद है जो देश को खोखला और बबाद करना चाहता है और हिन्दू महंगाई का रोना रो रहे हैं जो कोई भी सरकार कंट्रोल नहीं कर सकती जब वह सरकार विकास कार्य में पैसे लेगा करें काम करें तो पैसे देश कि जनता से लिया जायेगा पहले महंगाई नहीं थी क्योंकि विकास कार्य भी कहा हो रहें थे हाईवे उतरी पुव दक्षिण सब तरह कार्य चेल रहें अब मकड़ी जाल कि तरह पैदा डालें करें देखो और मोदी को कोशो तो उसे का ईलाज नहीं है हा एक चीज महंगी है जो मुद्रा बड़ा है पेट्रोल डीजल जिसे भी कम किया है भारत सरकार ने लेकिन कुछ राज्यों में उसका फायदा नहीं मिला
3ºयही तो फर्क है हमारे देश के पत्रकारों में इनको सिर्फ श्रीलंका और पाकिस्तान की महंगाई दिखती है इंडिया में तो इन्हें कुछ दिखाई ही नहीं देता इनकी आंखों पर चर्बी छा जाती है इंडिया के बारे में कुछ बोलना हो तो महंगाई के लिए कुछ नहीं बोलेंगे इंडिया के बारे में इंडिया में तो ₹10 लीटर पेट्रोल ₹5 लीटर डीजल ₹7 का सिलेंडर आता है कितना सस्ता है इंडिया के अंदर यार इन लोगों को शर्म नहीं आती किसी दूसरे देश के बारे में जोर जोर से चिल्ला चिल्ला कर बोलते हैं अपने देश के बारे में कुछ बोलती नहीं शर्म करो कुछ शर्म अपने देश की तरफ देखो पहले फिर दूसरों पर उंगली उठाना एक कहावत सुनी होगी पहले तू अपने गिरेबान में झांक कर देखो दूसरों पर उंगली बाद में उठाओ तुम अपने अंदर देखो हमारे अंदर कितनी कमी है दूसरों के लिए नसीहत ना दो अपने अंदर की कमी निकालो जब तुम पाक साफ हो जाओ तब दूसरों पर कीचड़ उछालना पत्रकार साहिबा इंडिया की तरफ देखो
4ºमेरा पार्वती संचिता कें भारत में बुद्धिमानीराजकुमार शिव संकर भगवान कें धरती पर बहुत सोंच कें चलना है अपने भारत को कर्जा में नहीं डूबना है मेरा पार्वती संचिता कें भारत में बुद्धिमानीराजकुमार शिव संकर भगवान कें धरती पर सें अन अनाज तो भेज रहे हो बहुत सुन्दर का बात है मगर अपना भारत में सोचना है 28 राज्य कें लिऐ अन अनाज रखना है अपना भारत में खेती गिरस्ती करना हैं फिर सुप्रीम कोर्ट दिया हुआ कुर्सी पर जा कें बैठना 5 6 घन्टा खेती गिरस्ती करना हैं अपने भारत को अभी सें 33 करोड़ पदम तक सें महान सें महान पदम तक हम दोनों का उम्र तक सब बच्चों को जाना है धरती पर जिन्दगी जीवन में मेरा पार्वती संचिता कें भारत में बुद्धिमानीराजकुमार शिव संकर भगवान कें धरती पर