मिडिल क्लास पर पड़ी GST की बढ़ी दरों की मार, कम हुई सेविंग, किचन का बजट गड़बड़ाया

केंद्र सरकार ने डेयरी प्रोडक्ट्स पर 5% GST लगाया #GST #Tax (Simer Chawla/Yogesh Pandey)

           

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*18 जुलाई से कई वस्तुओं पर GST बढ़ने से और महंगाई बढ़ने वाली है। अब खुले चावल पर भी टैक्स देना होगा और ICU में ईलाज कराने पर भी टैक्स देना होगा। पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता पर मुसीबतों का बोझ कम होने की बजाये लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इधर बुधवार को घरेलू रसोई गैस के दाम में 50 रुपये का और इज़ाफ़ा कर दिया गया है। 1100 रुपये में गैस भरवाने के नाम पर हर परिवार में दो फाड़ हो गया है। खाना पकाने का ईधन अब पकाये जा रहे चावल दाल सब्ज़ी से महंगा हो गया है।*

*एक ही परिवार में एक वर्ग मोदी भक्त को देश में मुसलमानों को टाइट रखने, तीन तलाक़ समाप्त करने, CAA-NRC और समान नागरिक संहिता के लिए ज़ोर लगाने, राम मंदिर का निर्माण कराने, देश में हिन्दुत्व स्थापित करने और देश में विकास गति तेज़ करने की क़ीमत पर 1100 रुपये में गैस भरवाना सस्ता लग रहा है जबकि उसी परिवार में मोदी विरोधियों को सांप्रदायिक आधार पर देश को बांटने, अर्थव्यवस्था चौपट करने, नोटबंदी से आतंकवाद समाप्त करने- काला धन वापस लाने- 370 समाप्त कर कश्मीर में अमन बहाल करने- कश्मीर पंडितों को कश्मीर में वापस बसाने- चीन-पाकिस्तान के घर में घुसकर मारने जैसे झूठे वादे करने वाले, ग़रीबों के हितों को अनदेखी करके चंद अमीरों को देश का समस्त संसाधन लुटा वाले, महंगाई-बेरोज़गारी उच्चतम स्तर पर पहुंचाने वाले मोदी द्वारा गैस का दाम बढ़ाना ग़रीबों के पेट पर लात मारने जैसा लग रहा है।*

*उधर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस्तीफा दे दिया है। उनके अपने ही मंत्रियों ने उनका साथ छोड़ दिया। बोरिस जॉनसन पर इल्ज़ाम है कि उन्होंने क्रिस पिंचर को मंत्री बनाया जिन्होंने लंदन के एक क्लब में दो युवकों को आपत्तिजनक तरीक़े से छुआ था।*

*मतलब बोरिस जॉनसन ने निजी तौर पर ख़ुद कोई गुनाह नहीं किया बल्कि एक गुनाहगार को मंत्री बनाया तो उनके बाक़ी मंत्री इसे उनका गुनाह मानते हुए उनसे अलग हो गए।*

*इसे कहते हैं राजनीतिक सूचिता और इसे कहते हैं नैतिकता। जबकि हमारे देश के केंद्रीय मंत्रिमंडल मंडल में उस से बड़ा-बड़ा अपराधिक रिकार्ड रखने वाले लोग मंत्री पद की शोभा बढ़ा रहे हैं। हमारे यहां केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में दावा किया था कि अगर घटनास्थल पर उनके पुत्र की मौजूदगी का एक भी सबूत मिल जाएगा तो वो इस्तीफ़ा दे देंगे लेकिन सबूत मिलने के बाद भी उन्होंने इस्तीफ़ा नहीं दिया और सबकुछ जानते हुए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें अपने मंत्रीमंडल में आजतक शान से बनाए हुए हैं।*

*लेकिन सच्चाई यह है कि इस मोदी सरकार के पास ना तो बेरोज़गारी का समाधान है, ना ग़रीबी मिटाने का कोई रोडमैप है और ना ही गिरती अर्थव्यवस्था को संभालने का कोई नज़रिया है। मोदी सरकार सस्ते दाम पर राशन बांट कर राशन पकाने का गैस लगातार महंगा करती जा रही है तो आख़िर ग़रीब उस राशन को पकाएगा कैसे???*

*Anuj kumar*