25 किलो से ज्यादा वजन वाले पैकेट पर GST नहीं देना पड़ेगा, ये भाजपा नहीं बताएगी- सुप्रिया श्रीनेत

कोई भी पैकेट यदि 25 किलो तक है तो उसपर 5 फीसदी टैक्स लगेगा। लेकिन जो इससे ज्यादा वजन का लेगा उसे #GST नहीं देना पड़ेगा। ये #BJP के लोग नहीं बताएंगे। : #Congress प्रवक्ता @SupriyaShrinate देखिए #हल्ला_बोल @anjanaomkashyap के साथ

           

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जनता से जितना tax GST के नाम ले लो लेकिन सरकार के पास देश चलाने का नीति नहीं है देश का संपति बेच कर खुद भागना पड़ेगा । आने वाला समय में सरकार और नेता दोनो को पुलिस बल के सहारे चलना होगा । सरकार के पास रोजगार की व्यवस्था नही हो ,शिक्षा नीति नहीं हो स्वास्थ्य लचर हो महंगाई व्यापारी के हाथ हो तो सरकार के जुमला से क्या होगा । रेवड़ी सरकार देश के दलाल को दे । जनता को पानी बिजली देने में सरकार को हाथ खड़ा करना पड़े तो सरकार कितना गिरा हो सकता है ।


#खाद्य_पदार्थों_पर #GST लगने के नाम पर हल्ला मचाने वालों पहले पूरी बात समझ तो लिया करो, GST दूध पनीर, आटा चावल पर नहीं लगा है, पैकेजिंग पर लगा है...

आप पैकेट वाले दूध की जगह अपने पड़ोस की यादव जी से दूध खरीदो, पैकेज्ड खाद्य पदार्थों की जगह अपने पड़ोस के छोटे दुकानदारों से आटा चावल खरीदो, कोई GST नजर नहीं आएगी, आपको अपने जानने वाले यादवजी से दूध लेने में और अपने पड़ोस के छोटे दुकानदार से आटा चावल खरीदने में क्या समस्या है???

ब्लिंकइट के टेन मिनट डिलीवरी फ़ार्मूले से छोटे दुकानदारों की साँस उखड़ रही है, उसको बचाने का यह एक प्रयास भर है। इतना कॉमन सेंस लोगों में अवश्य होना चाहिए की छोटी छोटी बातें बिना समझाए समझ में आ जाएं।


ये देश चुनौतियों से नहीं
चु**** से परेशान है
हैडलाइन देखिये.... आजादी के बाद पहली बार खाद्य पदार्थो पर टैक्स लगा.
बस यह हैडलाइन पढ़ते ही दुःख और व्यथा का सागर हिलोरेँ लेने लगता है. हालाँकि बात घूम फिर कर वहीं आती है.... कि क्या यह सच है??
लुटयेंस मीडिया ऐसी ही भ्रामक हैडलाइन के साथ ख़बरों के नाम पर एजेंडा चलती है, दुखद ये है कि अधिकतर लोग उसे बिना फैक्ट चेक करे सच मानकर लपक भी लेते हैं।

2009 में खाद्य पर 5% VAT टैक्स लगाया गया था... उसके बाद यह टैक्स 2017 तक जारी रहा.. GST आने के बाद यह टैक्स हटाया गया और खाद्य सामान को किसी भी टैक्स से बाहर रखा गया.
तो भाई 2009 से 2017 के बीच जो VAT लगता था, वो क्या था?? टैक्स ही था ना... हमें ही देते थे ना???
क्या आपने 2017 में यह टैक्स ख़त्म करने पर ख़ुशी जाहिर की थी..?? तब तो इसे गब्बर सिंह टैक्स बताया जा रहा था.
अभी भी Branded सामान पर ही GST है.... खुला सामान पर कोई टैक्स नहीं है.

लोग बड़े ही दोगले होते हैं.... रोजाना ज्ञान देंगे कि भाई सरकार गरीब दूकानवालो, परचून वालों का ध्यान नहीं रख रही... माल वाले सारा धंधा ख़त्म कर रहे हैं....... अब खुला खाद्य बिना टैक्स के है... किराने और परचून वालों के लिए अच्छा अवसर है.... लोगों को सस्ता सामान दो.. ब्रांडेड से कम कीमत में दो...अच्छी service दो... लोग आपसे खरीदेंगे.

#copied


दावा : Modi सरकार ने, दूध, दही, पनीर, लस्सी, शक्कर, छांछ, आंटा, चावल, शहद इत्यादि सबपर 5% GST लगा दिया।

- गलत और एकदम भ्रामक, पहली बात तो GST स्लैब में कोई भी बदलाव GST Council करती है न कि Modi सरकार।

- दूध (Milk) और शक्कर (Sugar) कहीं भी मेंशन नहीं है, पैक्ड दूध पर पहले से ही 5% GST है।

- पैक्ड दही, लस्सी और छांछ को 5% GST के दायरे में लाया गया है, जो की पहले नहीं था।

- अगर ये सब खाद्य प्रोडक्ट खुले में बिक रहे हैं तो उसपर कोई GST नहीं है।

- अगर बड़े Brand के नाम से ये प्रोडक्ट्स पैक होकर बिक रहे हैं तो उसपर पहले से ही 5% GST लागू है।

(Amul दूध और Aashirvad आंटा पहले से ही 5% GST की श्रेणी में है)

प्रश्न : तो फिर ये 5% GST किसपर लगा है?

- ये उन खाद्य प्रोडक्ट पर लगा है जो कि Brand के तौर पर रजिस्टर नहीं हैं और लेकिन किसी लोकल Brand के नाम से प्री-पैक्ड होकर बिक रहे हैं।

प्रश्न : तो लोकल Brand वाले खाद्य प्रोडक्ट्स की कितनी मात्रा पर लगा है GST?

- अगर आप लोकल Brand का पैक्ड आंटा, चावल इत्यादि 25 किलो से ज्यादा खरीदते है तो उसपर कोई GST नहीं है।

प्रश्न : क्या Retail Store या बड़े Kirana शॉप पर खुले में अगर में खाद्य प्रोडक्ट बिक रहे हैं तो उसपर भी 5% GST है?

- नहीं, खुले और फुटकर में खरीदने पर कोई GST नहीं है।