क्या जाति के नाम पर सेना के साथ सियासत हो रही है?

क्या जाति के नाम पर सेना के साथ सियासत हो रही है? देखिये #Dangal, Chitra Tripathi के साथ | #ATLivestream

           

https://www.facebook.com/aajtak/posts/1007985993223829

सेनाभर्ती में धर्म का कॉलम जायज,,,
धर्म के अनुसार शहीद का दाह-संस्कार किया जाता है।
अक्सर जातीय-विद्वेष लोगों में अभी भी अधिकांशत: कूट-कूट के भरा होने के कारण भय-भ्रम एवं पक्षपात की संभावना है। भर्ती का स्वरूप बदलकर 4 वर्ष किया गया है। जिसमें मात्र चार वर्ष बाद 75% को घर भेज दिया जायेगा। जबकि भर्ती के समय सभी योग्य होते हैं। ऐसी स्थिति में देश की आन्तरिक एकता व राष्ट्रीय एकता पर प्रतिकूल पड़ने की संभावना है। अत: मेरा व्यक्तिगत मानना है कि जब भर्ती का स्वरूप बदला जा रहा है तो जाति का कॉलम हटाया जा सकता है। गम्भीरतापूर्वक विचार कीजिएगा।

राष्ट्र की सोच को सकारात्मक दिशा की ओर ले जाना चौथे स्तम्भ एवं माननीयों का प्रमुख उद्देश्य है।


जातिगत आधार पर राजनीति करने करने वाले लोगों ने,,,अब सेना पर जातिगत राजनीति कर रही है,,,आज कांग्रेस ने सेना में युवाओं की भर्ती का समर्थन किया है,,, मंदबुद्धि बालक जैसे युवा /52 साल,,,,आज कांग्रेस से मुक्त हो रहा है ऐ वही कांग्रेस है जिसका उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट के रूप में काम करता रहा है ऐसा आरोप भाजपा / RSS नही बल्कि कांग्रेस के नेता जो पाकिस्तान में जाकर मोदी सरकार को आस्थिर करने में सहयोग मांगते हैं/ पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा, रा अधिकारी सूद ने हामिद अंसारी पर लगाऐ गये है,,, अग्निपथ योजना पर देश के युवाओं में कोई भ्रम नहीं है भ्रम तो मुगलों की हरम में पैदा हुई हलाला कीसेक्यूलर औलादें पैदा कर रही है,,,




+