1ºआज तक...तो तुम्हारे पेट में दर्द क्यों हो रहा है???अगर कोई नियम लाओ तो तुम्हारे पेट में दर्द होता है।अगर बैठे हैं तो तुम्हारे पेट में दर्द होता है।अगर पुलिस अपराधी को पीटे तो तुम पहुंच जाते हो बताने की कैसे पीटा गया और न पीटे तो बोलते हो की पुलिस सो रही है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।।।।।तुम पेपर वालों को मानसिक रोग है या फिर टीआरपी के चक्कर में मानसिक बन गए हो।स्वघोषित चौथा स्तंभ हो तुम लोग।।खुद की फजीहत करवाते हो। तुम्हारी मानसिक पन की वजह से ही प्रेस फ्रीडम में भारत 150 नंबर में है।।
2ºफिर कहते हैं लड़की की इज्जत करो, औरत की इज्जत करो !!! जिस दिन लड़की, जिस दिन औरत खुद की इज्जत करने लगेगी उसको सब इज्जत देने लगेंगे. आधुनिकता, स्वतंत्रता, समानता के नाम पर वो कार्य व्यवहार में जितना सस्तापन दिखाएगी, समानता के नाम पर जितना वह लड़की की पुरुष की नकल करेगी वह न केवल हंसी की पात्र बनेगी वरन् अपनी कीमत करा लेगी जो उसके प्रति सामने वाले के व्यवहार में दृष्टिगोचर होगा. लालच में पैसे के लिए आधुनिक और स्वतंत्र दिखने के लिए खुद इन्होने अपने आपको इतना गिरा लिया है जो विज्ञापनों और फिल्मों, शॉर्ट वीडियो में दिखाई देता है बाकी इनकी नकल करके भौड़ापन ही दिखाती हैं.