बीजेपी ने भोपाल में निकाला पैदल मार्च

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में बीजेपी ने भोपाल में निकाला पैदल मार्च. राज्यपाल को दिया ज्ञापन. देखिए आजतक संवाददाता रवीश पाल सिंह की रिपोर्ट. #ReporterDiary| (#RavishPalSingh)

           

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द्रोपति मुर्मू से पहले रामनाथ कोविंद जो एक दलित थे और हमारे राष्ट्रपति बने बहुत सराहनीय बात है पर एक बात बताएं बीजेपी कितने दलितों को सम्मान मिला आप एक राष्ट्रपति को किसी पवित्र मंदिर पर जाने का अनुमति नहीं दिए आप आज आदिवासी की बात करते हो,,,जुलूस निकालते हो कितना इज्जत दे दोगे हम आदिवासी को आप,, उल्लू बनाना चाहते हैं,,सिर्फ और सिर्फ रबर स्टांप बनाना जानते हो आज एक आदिवासी के आड़ में आप देश को लूटोगे जो कि हमेशा से करते आए हो,, 2 दिन पहले की बात है जब हमारे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी जब हमारे प्रधानमंत्री के सामने से आखरी प्रणाम जताया तो उन्हें नजरअंदाज करते हुए हमारे प्रिय मोदी साहब चेहरे को दूसरी तरफ मोड लिए और आज जब हमारी आदिवासी महिला जिसको एक सिर्फ मोहरा बनाया गया जिनके आर पर आप देश को बर्बाद कर सको क्या दिखाना चाहते हो आप देश को तो आप ऑलरेडी बर्बाद कर चुके हो और कुछ बाकी बचा है क्या,,, पेट्रोल डीजल से लेकर देश में जरूरत हर चीज के दामों पर आपने आग लगा कर रखा है और क्या बोलूं मैं शेम ऑन यू बीजेपी 24 में दिखाएंगे तुम लोगों को


हस्तिनापुर की संसद में भी द्रोपदी का अपमान हुआ था
तब भीष्म द्रोण ने चुप रह कर अपनी तड़फ तड़फ कर प्राण त्यागने वाली सकल मृत्यु के दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर दिए थे ।
मैं देख रहा हु की उसी हस्तिनापुर की संसद में आज फिर द्रोपदी (जी) अपमानित हुई और वही आज फिर आज के भीष्म ओर द्रोण की वही भूमिका थी जो युगों पहले थी ।

लिंग बदलने से कर्मफल नही बदलते
आज युगों के बाद भी सब कुछ वैसे ही घटित हो रहा ह तो कर्मफल का प्रारब्ध कैसे परिवर्तित हो सकता ह ।
दुर्योधन की जंघा भी टूटेगी ओर सारे कौरव भी खेत होंगे , ओर हा सेकुलरी ओर धर्म के उहापोह में फस कर समय को भृमित करने वाले कर्ण भी बचने वाले नही ह ।
कॉंग्रेस में आज की महिला भीष्म के लिए भी कंही न कंही 18 दिनों की शरशैया अवश्य तैयार हुई होगी
परिणाम तो भोगने ही होंगे ,बस वक्त का इंतजार करना होगा ।

किसी भी युग मे एक जैसे कर्मो की सजा भी एक जैसी ही होती ह , क्योंकि ईश्वर के संविधान में कभी संसोधन नही होते ।
#मारवाड़ी