1ºMD Abdur Rahman Qadri यह जो फिल्में बनती हैं फ्री में नहीं बनती हैं इनमें बड़े-बड़े उद्योगपतियों का पैसा लगता है और वह पैसा यह बैंक से लोन लेकर फिल्म बनाते हैं अगर ऐसे में फिल्म चलेगा नहीं तो यह पैसा तो छोड़ो वह लोन भी नहीं पूरा कर पाएंगे इस आधार पर बैंक दिवालिया हो जाएगा और फिर बाद में बोलोगे कि मोदी ने बैंक को निजी हाथों में दे दिया जब कोई बैंक दिवालिया हो जाता है उसमें जो पैसा होता है वह ग्राहकों से चलता है हमारा और आपका पैसा होता है जब दिवालिया हो जाएगा किसी आदमी का 500000 होगा तो सरकार उस उसको ₹100000 थम आएगा समझे अपनी जिंदगी भर की कमाई क्या आप ऐसे गवा देंगे