जब सोनिया गांधी और स्मृति ईरानी में नोकझोंक हुई..

जब सोनिया गांधी और स्मृति ईरानी में नोकझोंक हुई.. #SoniaGandhi #SmritiIrani Gaurav Chitranjan Sawant

           

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Himanshu Gurjar

Kab?
jab tak kisi party k chatukaar, bhakt, namazi, babua Bane rahoge tab tak sahi ko bhi galat bolna padega.

जितने भी लोग यहां, पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर अपनी अपनी विचारधारा अनुसार comment कर रहे है।

उन्हे इस विवाद की वजह जान लेनी चाहिएं।

नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के अधिरंजन चौधरी ने "भारत के महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी " पर तंज कसते हुए उन्हे " राष्ट्र - पत्नी " कहां।

अब अपनी विचारधारा को side में रखो और बताओ "राष्ट्र - पत्नी " कीतना सही व्यक्तवय है।

यदि संविधान को भी एक धर्म की दृष्टि से देखो तो, उसमे भगवान का जो दर्जा है वो पदस्थ "राष्ट्रपति" जी को होता है।

यह संवैधानिक ईश्वर का अपमान है।

सोनिया गांधी जो की किसी महत्वपूर्ण पद पर नही है राष्ट्र के उसको कुछ बोल दिया जाता है तो कॉन्ग्रेस हंगामा कर देती है, अनेक घटनाएं है।
अभी पूछताछ के लिए जांच एजेंसी बुलाए तो भी सड़क पर नाटक।

और पदस्थ "राष्ट्रपति" जी को जो बोला अधिरंजण ने उसपर उसको कुछ मत बोलो।


गरीबी पर बात करो मजदूरों की मजदूरी क्यों नहीं पड़ रही उस पर बात करो महंगाई क्यों बड़ी है इतनी उस पर बात करो नौकरियां क्यों नहीं मिल रही है उस पर बात करोजो बाहर अभी चर्चा में चल रहा है उस पर क्या-क्या हो रहा है उस पर बात करो नोट बंदी का फायदा क्या हुआ उस पर बताओ जिप्सी बढ़ाई है उस पर बताओ हमारे फौजी शहीद हुए पुलवामा में उसकी बात बताओ कोरोना काल में जितना भी चंदा इकट्ठा करके गोरमेंट को दिया था पब्लिक ने वह पैसा कहां गया उसकी बात बताओ जो पैसा खाने वाले थे वे बैंकों का वह लोग विदेश में जाकर बस रहे हैं उनकी बात बताओ अमीरों के जो लोन का पैसा है वह क्यों माफ करा रहे हो उस पर बात बताओ मुझे तो बहुत हैं लेकिन तुम एक मुद्दे पर भी बात नहीं करती अगर इतना ही बोलना है तो यह मुद्दे असल की औलाद है तो यह मुद्दे उठा ससंद के अंदर ताकि इमानदारी कभी बिकती नहीं क्योंकि ईमानदारी का मोल को दे नहीं सकता इसलिए ईमानदारी बिकती नहीं है


शर्म करो देश के गद्दारों तुम घर की मुखिया की बात करती हो जब तुम्हारा मुखिया ही तड़ीपार हो खूनी हो जैसे तमाम संगीन मामले चले हो उसके नेता अनुराग ठाकुर कपिल मिश्रा नूपुर शर्मा जैसे लोग जो हमेशा जहर ही हो गए हैं तो आप लोग माफी क्यों नहीं मांगते शर्म करो शर्म करो शर्म करो और रही बात स्मृति ईरानी की तो जो ₹410 के सिलेंडर को लेकर पूरे देश में घड़ियाली आंसू बहा रही थी आज से 11 साल का सिलेंडर नजर नहीं आ रहा है ऐसी नीचे वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए जय हिंद जय भारत


क्या स्मृति ईरानी ने अपनी भाजपा मित्र से माफी मांगी जो उसका पति पर कब्जा कर लिया
बोली में तो मोदी जी की भी जुबान फिसल जाती है और योगी जी की भी और स्मृति ईरानी की तो जुबान 2014 से पहले लगातार फिसलती रही और देश की अर्थव्यवस्था ही फिसल गई स्मृति ईरानी को 2014 में देश की जनता को बेवकूफ बनाने के आरोप में पूरे देश की जनता से माफी मांगना चाहिए आज महंगाई और बेरोजगारी फैलाने की जिम्मेदार स्मृति ईरानी नरेंद्र मोदी जी को भी देश की जनता से माफी मांगना चाहिए
कांग्रेसी यदि महिला विरोधी है तो नरेंद्र मोदी जी ने क्या किया है
भाजपा के बहुत से नेता और स्वयं स्मृति ईरानी मायावती जी का अपमान जनक बातें करती रही हैं और सोनिया जी पर कमेंट किया करते हैं यह क्या दलित प्रेम है


जो ख़ुद औरत के नाम पर एक बदनुमा दाग हो उस औरत को किसी दूसरी औरत को जिसकी कोई खता नहीं जिस पर ख़ुद जुल्म कर रहे उसका नाम बदनाम करने के लिए तरह तरह रास्ते पैदा करने की कोशिश की जा रही है इसकी पार्टी के लोगों द्वारा इसको यह औरत नज़र नहीं आ रही है
खता जिसने की उसका नाम लो उसकी पार्टी का नाम लो
लेकिन ख़ास कर पूरी पार्टी में कितने ही लोग शामिल हैं जिसमें कितनी ही औरतें हैं। लेकिन
इस औरत को जिसने बुरा बख्त पड़ने पर जिस सहेली से मदद मांगी जिसने मदद (ही नहीं की इसको अपने घर में पनाह भी दी
लेकिन उसकी एहसनमंदी की जगह उसका मंगलसूत्र उसका सिंददूर चुरा लिया )
इसको एक ही नज़र आया वह भी एक औरत।
जब अपमान करने वाले ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया और माफ़ी भी मांग ली
इसके बावजूद भी यह माफ़ी मांगने के लिए कह रही है।
इससे ज़्यादा क्या और अपमान हो सकता है
ख़ुद औरत हो कर एक बे कुसूर औरत का अपमान कर रही
जिसकी खुद की4 बेटी पर
हेरा फेरी का इल्ज़ाम लगा हुआ है जिसमें इसके शामिल पर भी शक किया जा रहा है
इससे बुरा और क्या हो सकता है


अधिर रंजन चौधरी ने महामहिम राष्ट्रपति महोदया जी को राष्ट्र पत्नी कहा ये शब्द उन को नहीं कहना चाहिए था. मैं भी इसकी घोर निंदा करता हूँ.
स्मृति ईरानी ने संसद में इस बात को चिल्ला चिल्लाकर उछाला और बार बार सोनिया गांधी को निशाना साधा, भाई इसमें सोनिया गांधी को लपेटा. क्या सोनिया गांधी ने अधिर रंजन चौधरी को ये अपशब्द कहने को कहा था ?क्या इस प्रकार सोनिया गांधी को बदनाम करना उचित है?
स्मृति ईरानी की ये झल्लाहट है झुंझलाहट है क्योंकि कांग्रेस ने स्मृति ईरानी की बेटी का गोवा बार को बड़ी मुद्दा बना कर उछाल रही है. स्मृति ईरानी की झुठ को सरेआम ला रहे हैं. इसी बात को गुस्से में उतार रही है स्मृति महारानी.


गरीबों की जेब एवं पेट मोदी सरकार काट रही हैं,माफी तो मोदी सरकार को मांगनी पड़ेगी?
भारत की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से चौपट करके आज महंगाई,बेरोजगारी पर,मोदी सरकार क्यों नहीं बात कर रही हैं?
मोदी सरकार को भारत की जनता के मुद्दों से कोई लेना देना नहीं हैं,सिंर्फ फालतू के नफरती मुद्दों को उछाल कर मोदी सरकार भारत की जनता को लूटने का काम कर रही हैं। पुलवामा हमलें की जांच कहां पहुंची मोदी काका?
कालाधन,सौ स्मार्ट सिटी,दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष कहां गया भक्तों?
बुलेट ट्रेन के चक्कर में, भारत की सारी पैसेंजर ट्रेनें गायब?
बुजुर्गो की सब्सिडी भी हड़प लिया हैं।
किसानों का खाद,बीज, पेस्टीसाइड दोगुना।
आज एक आम मजदूर,गरीब व्यक्ति अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहा हैं, बेतहाशा महंगाई,एवं अनियंत्रित बेरोजगारी के कारण
पर मोदी सरकार आंख मूंदकर
गुजरात में जहरीली शराब एवं ड्रग्स का व्यापार करवा रही हैं।
आज भारत की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चौपट हैं,सारे सार्वजनिक उपक्रमों को औने-पौनें दामों में बेंचा जा रहा हैं,इन मुद्दों पर बात कब होगी?
जुमला एवं नफरत भारत को श्री लंका जरूर बना देगा तय हैं।
विश्व का इकलौता देश भारत हैं जहां हीरेन पर डेढ़%जीएसटी हैं,और आटे पर 5%और
मृतक व्यक्ति के अंतिम संस्कार की सामग्री पर 18%जीएसटी तथा किताबों पर 18%जीएसटी हैं।
स्वतंत्रत भारत के इतिहास की सबसे निकम्मी सरकार मोदी सरकार हैं।