बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर साधा निशाना. बोलीं- कांग्रेस आज भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही है कि एक आदिवासी महिला इस देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को सुशोभित कर रही हैं. #SmritiIrani #BJP #Congress #ATVideo

           

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देश के सम्बोधन में कुछ खास बोली नहीं new राष्ट्पति जी देश मेरा किस ओर जा rha है महगाई बारे में इस्मृती ईरानी जी को भी बहुत चिंता थी अब to महगाई आसमान छू रही नौजवानों को नौकरी देने के नाम पर नौकरी को ही पिरायबेट कर दिया सेना की भर्ती को पिछले राष्ट्रपति ने तो अग्निबीर बनवा दिया पुतले की तरहे पूरे 5साल बैठे रहे है और new राष्ट्पति भी पुतली की तरह बैठीगी कल हमने देखा बो अपनी नातिन के जन्म दिन की बधाई के फोटो शेयर करि हमारा देश अब धीरे धीरे खोखला हो rha है नौजवानों को नौकरी नहीं मिल रही और किसानो को एमएसपी नहीं मिल रही है बताओ new राष्ट्रपति को पुतली न कहे to और क्या बोलू


अब कहां गए आपकी जो महंगाई के पीछे आप लड़ती थी आज भी नहीं देख रही गरीब आदमी कितना परेशान है सिलेंडर कितना महंगा हो गया पेट्रोल पर कितने पैसे बढ़ गए हम नहीं कह रहे कि बीजेपी अच्छी नहीं है हम कहते हैं चलो नरेंद्र मोदी जी अच्छे हैं पर यह महंगाई क्यों बड़वा रही है जिससे आम गरीब आदमी बहुत परेशान हो रहा है गांव के लोग भूखे मर रहे हैं क्या श्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को इस बात पर दुआएं मिलेंगे कभी नहीं यह ध्यान रखना आप भी जानती हैं आपसे प्रार्थना है श्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से महंगाई हटाने की कृपा करके प्रार्थना करें अन्यथा पब्लिक एक-एक करके ऐसे ही मरेगी और दुआएं नहीं देगी बस दुआएं देगी यह तुम भी जानती हो


इतने सालो में आज पहली बार ये पता चला है कि गंगा के प्रदूषण को साफ़ करने वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी अडानी की कंपनी चला रही हैं, और मोदी सरकार ने उससे ऐसा समझौता किया है कि किसी समय प्लांट में क्षमता से अधिक गंदा पानी आया तो शोधित करने की जवाबदेही अडानी की कंपनी नहीं होगी

यह जानकारी कल देश की जनता को इलाहाबाद हाईकोर्ट के माध्यम से मिल पाई जब एक जनहित याचिका पर सुनवाई हो रही थी नमामि गंगे परियोजना के महानिदेशक ने कोर्ट को यह जानकारी दी कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तो अडानी जी चला रहे हैं

इलाहाबाद हाईकोर्ट के सामने जब सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के कांट्रेक्ट की शर्तो का खुलासा हुआ तो जजों ने अपना माथा पीट लिया क्योंकि अदानी से किए कांट्रेक्ट में यह प्रावधान किया गया है कि किसी समय प्लांट में क्षमता से अधिक गंदा पानी आया तो शोधित करने की जवाबदेही उसकी नहीं होगी.

इलाहबाद हाईकोर्ट ने इस तथ्य पर बेहद तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे करार से तो गंगा साफ होने से रही. कोर्ट ने कहा ऐसी योजना बन रही है जिससे दूसरों को लाभ पहुंचाया जा सके और जवाबदेही किसी की न हो. ऐसा करार कर लिया गया है कि कंपनी बिना ट्रीटमेंट किए पैसे ले रही है

इलाहाबाद हाईकोर्ट की पूर्णपीठ मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल, न्यायमूर्ति एम के गुप्ता तथा न्यायमूर्ति अजित कुमार ने कहा कि जब आपने कांट्रेक्ट ही ऐसा किया है है तो ट्रीटमेंट करने की जरूरत ही क्या है ?

हाईकोर्ट ने योगी सरकार के कामकाज पर उंगली उठाते हुए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भी आड़े हाथो लिया और कहा कि बोर्ड साइलेंट इस्पेक्टेटर बना हुआ है, इसकी जरूरत ही क्या है, इसे बंद कर दिया जाना चाहिए.ऐक्शन लेने में क्या डर है? कानून में बोर्ड को अभियोग चलाने तक का अधिकार है ?

आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि नमामि गंगे' परियोजना की डेडलाइन 2020 थी, लेकिन 2022 में अब तक इसके 10 फ़ीसदी प्रोजेक्ट भी ठीक से पूरे नहीं हुए है

ऐसा नहीं है कि कोर्ट के सामने पहली बार यह मामला आया है 2019 में भी इलाहाबाद हाईकोर्ट के तीन जजों की पूर्ण पीठ ने केंद्र सरकार से नमामि गंगे प्रॉजेक्ट कार्य के प्रगति की जानकारी मांगी थी कोर्ट ने पूछा कि जितने भी एसटीपी स्थापित किए गए हैं, वे ठीक से कार्य कर रहे हैं या नहीं? उनकी क्या स्थिति है और गंगा में नाले का गंदा पानी सीधे कैसे जा रहा है? उन्हें रोकने का इंतजाम क्यों नहीं किया गया है और गंगा में न्यूनतम जल प्रवाह रखने की क्या योजना है?

लेकिन उस वक्त आम चुनाव होने थे लिहाजा सुनवाई टलती गई..... और 2022 आ गया

2016 में नमामी गंगे परियोजना का बजट 20,000 करोड रुपए का बनाया गया था साफ़ दिख रहा है कि 20 हजार करोड़ भ्रष्ट्राचार की भेट चढ़ गए हैं

मीडिया आज पश्चिम बंगाल में हुए 20 करोड के भ्रष्टाचार की खबरे सुबह शाम जनता को परोस रहा है लेकिन 20 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार पर कोई बात नही कर रहा Girish Malviya Reborn


Arey madam
Muddaun se bhatkana tuo koi aap se seekhe, abhi tuo aap ki beti kay farzi license ki news charcha may hai jise tum ne congress ki chaal keh kar congress walaun ko badnam karna chaha tha abb jab kay jo ilzam tumhari beti par lagaya gaya tha wo jhoota nahi bulkay 100% sahi tha tuo abb tum darr gayi aur asali mudde ko divert karne kay liye jhootey hi president Draupadi murmu ko congress walaun ne beizzati ki bol kar apni kahani ko chupane ka naya paintra phenk rahi ho.Arey jhoot , jhoot hi hota hai, jo chal tuo sakta hai lekin khada nahi reh sakta.


well your party has done a commendable job in chosing murmu as president of India. But stop your stupid ideology from BjP as on other end you appoint just 2 % intelligent people who belong to a particular sect to key political posts in the BJP cadres just bcoz they are from Sangh parivar. Wah re wah you are using murmu as screen saver on the desktop to potray yourself as party with great idealogy. But the voters across the nation are observing these adhivasis are not in the top political ring. Why BJP disent dare to keep them there. These office bearers can pull only 2 % vote share across the nation. Still the top brass of BJP the high command listens to them.