देखिए शाम 5 बजे Chitra Tripathi के साथ #दंगल सिर्फ आजतक पर

अपने विधायकों को छत्तीसगढ़ भेजकर क्या हेमंत सोरेन डर की सियासत कर रहे हैं? सोरेन को “डर” लगता है… देखिए शाम 5 बजे Chitra Tripathi के साथ #दंगल सिर्फ आजतक पर #Promo | #Jharkhand | #Dangal

           

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◆ आज गोदिमीडिया में "कौव्वा कुश्ती" चल रही था : AAP वाला सौरभ भारद्वाज और बीजेपी वाला गौरव भाटिया..दोनों सारी तहज़ीब, तमीज़ के दायरे के बाहर हर क़िस्म की जहालत का मुजाहिरा कर रहे थे..

गोदिमीडिया की एंकर बरबस बोल पड़ी : आप दोनों झगड़ रहे है..पर जिस स्कूल पर AAP दावा कर रही है वो तो 1967 में बना था..इस स्कूल में पढ़ाई कभी बन्द नही हुई..यहाँ के बहुत सारे छात्रों ने ज़िन्दगी में कामयाबी हासिल की है..एंकर को शायद ख़ुद की ग़लती का एहसास हुआ और ब्रेक पर चली गई..

★★ सोचिए, केजरीवाल का फ्रॉड!! 1967 में कांग्रेस की बनाई स्कूल को रंगरोगन करवा कर कह रहा है : ये स्कूल तो मैंने बनवाया है जी..और बीजेपी उसी स्कूल को फ़र्ज़ी बता रही है..याअनि दोनों फ्रॉड के मुक़ाबले में लग गए..

केजरीवाल का एक और दावा सुना जा रहा है : मैंने दिल्ली में 500 नए स्कूल बनवाए है जी..

★★ सुनिए संघी केजरीवाल, आपको खुली चुनौती है ऐसे 50 स्कूलों का नाम डालिए जिसकी बुनियाद आपने रखी हो, और जिनके बनने के बाद आपने उद्घाटन/इफ़्तीताह किया हो? चलिए ऐसी 25 स्कूलों के नाम ही बता दीजिए..कोई AAP समर्थक ही बता दे?

● बीजेपी की हुक़ूमत में देश के 2 लाख स्कूल बेच/बंद कर दिए गए..केजरीवाल ने शिक्षा के नाम पर एक ईंट नही लगाई..और गोदिमीडिया में शिक्षा के नाम पर दो फ्रॉड की डिबेट चल रही है..

भारत मे स्कूल/शिक्षा संस्थान केवल 2 पार्टियां बना सकती है : कांग्रेस और कम्युनिस्ट..स्कूल बनाने के लिए दीवानगी चाहिए, सुनहरे भविष्य का वो सपना दिखना चाहिए कि "मैं रहूँ या ना रहूँ फिर भी भारत रहना चाहिए"..इस देश की अवाम ने ख़ुद को बरबाद किया है..पिक्चर अभी बाक़ी है.. #कृष्णनअय्यर


जाती है कि जाती नहीं और इसका प्रमाण पूरे देश के ब्राह्मण चाहे वह मीडिया में हो चाहे वह राजनीति में हो चाहे वह व्यवसाय में हो चाहे वह पुजारी हो यह सारे लोग मिलकर झारखंड की जनता को झकझोर ने का काम कर रही है वहां के झारखंड की जनता के द्वारा चुनी गई सरकार को तहस-नहस करने का पूरा षड्यंत्र और साजिद केंद्र के सियासत में बैठे सरकार इन लोगों को दुमका का कांड दिख रहा है लेकिन यही लोग उत्तर प्रदेश में सरेआम बहन बेटियों को उठाने में जलवा रहे हैं उस वक्त ना तो मनोज तिवारी ना तो निशिकांत दुबे ना तो कपिल मिश्रा इन लोगों का जाति देख लीजिए मिश्रा तिवारी दुबे कितने दर्द लेकर दुमका में पीड़ित परिवार का मजाक उड़ा रहे अगर यह लोग सही होते खुद को बुद्धिजीवी मानते हैं हम पूछना चाहते हैं कि इस देश में सदियों से शिक्षा के प्रति इन लोगों ने कितनी सोच रखा है समाज में शिक्षा को जागरूकता के लिए न्यायपालिका में जिस भी राज्य का न्यायपालिका उठाकर देख लीजिए चाहे वह जिला का हो या राज्य का हो या देश का हो पूरे न्यायपालिका में ब्राह्मणवादी व्यवस्था कायम है न्यायपालिका में न्याय मिलता है तो बहुत देर होता है और न्याय एक तरफा होता है जिसके पास पैसा है उसी को न्याय मिलता है क्यों नहीं न्यायपालिका में भी आरक्षण शुरू से लागू करवाया गया




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