1ºपुरुषो के लिए सख्त नियम बन चुके है और बन भी रहे पर पर क्या ऐसी महिलाओ के लिए सरकार कोई सख्त कदम उठाएगी
सरकार को इस पर सोचना चाहिए कुछ ही दिनों मे इस तरह की बहुत सारी घटनांय हुई हैं महिलाएं आक्रमक हो जाती है फिर मारपीट करने और उतारु हो जाति हैं क्योंकि इनके दिमाग मैं गलत बाते हैं जैसे लोग कहते है कि महिलाएं कुछ भी बोल दे कोर्ट उनको सत्य मान लेता हैं जबकि ये सच भी हो रहा है जैसे
महिला उत्पीड़न दहेज आरोप ,महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के आरोप ,पति द्वारा पत्नी के मायके वालो से 5 लाख केस मांगना
बलात्कार ,इस तरह के झूठे आरोप महिलाएं लगा कर मुकदमा दर्ज करा रही हैं जबकि ये सब लगभग 99.99 % झूठ ही होते है लेकिन कानूनी अधिकार इतने ज्यादा दे दिये महिलाओं को की वो इन सब का दुरूपयोग करने लगी है
2ºBhot sundar.
ऐसे दृश्य देख कर ऐसा लगता है कि आदमी को सड़क पर निकलना बंद कर देना चाहिए या अपने लिए सही की आवाज उठाना बंद कर देना चाहिए दो चार गाली खा ले दो चार थप्पड़ खा ले तो चल जाएगा नहीं तो ऐसी कुछ महिलाएं अपने कपड़े फाड़कर आदमी के ऊपर आरोप लगाकर उसे पूरी जिंदगी जेल की हवा खिला सकती हैं।।
गैंगस्टर धारा लगने का इंतजार है।।
अगर कोई पुरुष यह हरकत कर देता तो उस पर अब तक इनाम घोषित हो जाता और वह पूरे मीडिया द्वारा बदनाम कर दिया जाता परंतु महिला होने का फायदा उठाकर ऐसी कुछ महिलाएं पुरुषों को इस हद तक उकसाती हैं कि वह रिएक्शन करने के लिए मजबूर हो जाता है और जब वह रिएक्शन करता है तो उस पर पुलिस द्वारा धाराएं लगाकर उसे जेल में बंद कर दिया जाता है जबकि उकसाने वाले पक्ष को चाय पानी पिला कर बाइज्जत जाने दिया जाता है।।
वाह मेरे देश का कानून।।