विधानसभा में AAP सरकार का विश्वास प्रस्ताव पास, केजरीवाल बोले- नहीं खरीद सके कोई विधायक

दिल्ली विधानसभा में अरविंद केजरीवाल द्वारा पेश किया गया विश्वास मत प्रस्ताव पास हो गया

           

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"तू इधर उधर की न बात कर,ये बता कि क़ाफ़िला कैसे लुटा?मुझे रहज़नों से गिला तो है, पर तेरी रहबरी का सवाल है"
दिल्ली का ठग रोज नयी कहानी गढता है,पर सबूत किसी के नही देता,जिस गांधी ने शराबबंदी के लिए अभियान चलाया,उनकी समाधि पर बेवडी सरकार दुहाई दे रही है.. इसका आरोप है कि इसके विधायकों को खरीदा जा रहा है,पर ये शिकायत दर्ज नही करायेगा..ये कह रहा है कि इसके विधायक गायब है लेकिन विधायक का नाम नही बतायेगा,इसके पास सबूत हैं,पर कोर्ट नही जायेगा..इसके पास शीला दीक्षित,अरूण जेटली,नितिन गडकरी,कपिल सिब्बल,विक्रम मजीठिया के खिलाफ भी सबूत थे..पर इन सबसे अदालतों में रहम की भीख मांग कर,नाक रगडकर,लिखित में माफी मांगी..झूठ बोलना,माफी मांगना..मतलब थूकना चाटना इसकी आदत में शुमार है..दिल्ली को कुछ दिया हो या नही पर मीडिया पर जमकर खचाना लुटाया है,तभी तो सारा दिन टीवी चैनल इसे,इसके चेलो,गली नुक्कड़ के नेताओं को भी लाइव दिखाता रहता है..ये भारत की राजनीति का नटवरलाल है..बेशर्म ..बेहया..झूठा...मक्कार..धूर्त..कपटी..षड्यंत्रकारी..
#नटवरलाल #दिल्लीकाठग


नेहरू परिवार पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा, तो कांग्रेस वाले महंगाई के नाम पर विरोध करने लगे।

अब ईमानदारी के ठेकेदारों पर शराब के ठेकों को लेकर मुकदमा हुआ है तो वे शिक्षा के नाम पर चिल्ला रहे हैं।

इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए लोग हमेशा ऐसे ही संदर्भों की आड़ लेते हैं। आश्चर्य इसमें है कि जिन आम लोगों को इन्होंने लूटा है, वे ही इनकी ढाल बनकर इनका बचाव करते हैं।

लेकिन श्रीकृष्ण बताकर गए हैं कि कर्मों का फल तो भुगतना ही पड़ेगा; गलत कर्म करने वालों को भी और उनकी ढाल बनने वालों को भी।

भ्रष्टाचार केवल देश को खोखला नहीं करता है, यह आपका भी हक छीनता है और आपके बच्चों का भविष्य भी तबाह करता है। सादर!


केजरीवाल का विश्वास प्रस्ताव..
यानि पुरे प्रकरण में नौटंकी और ड्रामेबाजी के अलावा और कुछ नहीं था..

सरकार गिरे न गिरे.. लेकिन आम आदमी पार्टी पुरी तरह गिर चुकीं हैं..अपने बचाव में दिये जा रहे आरोप कितने हास्यास्पद है वो उनकी बयानबाजी और ड्रामेबाजी से ही साफ हो जाता है..
जीस दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीट में से केजरीवाल के पास 62 सीटें हो दुसरी ओर भाजपा के पास सिर्फ 8 ही विधायक हो वो सरकार कैसे गिर सकती है..

रहीं बात इमानदारी के ठेकेदारो की तो..
अपने करतुतो पर पडदा डालने और भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए जीतनी भी नौटंकी कर के.. लेकिन एक बात साफ़ है कि मनिष सिसोदिया का बचना अब मुश्किल है..


Rajender Kumar भाई साहब आप भी जानते हो अगर नहीं जानते हैं तो जान लीजिए एक भारतीय होने के नाते आपसे पूछता हूं क्या write off का मतलब कर्ज़ माफ़ी होता किसी से कहना मत भैया नहीं तो लोग हसने लगेंगे आप पर कोई आपसे सवाल करे तो आप उसे drug पसंद करने वाला बता दोगे बिना किसी को जाने किस आधार पर कहा आपने की मुझे drugs पसंद माफी मांग पहले आप मुझे जानते हैं नहीं न तो फिर क्यों कहा अपनी सरकार की आलोचना सुनना सिखों पहले मोदी जी को देखा हैं कितनी आलोचना लोग करते हैं कोई reaction देते हैं नहीं सीखो कुछ और हाँ अगर आपका write off किया जाएगा लोन उससे पहले आपको भगौड़ा घोषित करना पड़ेगा फिर आपकी संपत्तियां ज़ब्त होगी लोन माफी अलग होती उसमे recovery नहीं और इस सरकार मेें सबसे ज्यादा संपति ज़ब्त हुई 8 लाख करोड़ संसद मेें वित्त मंत्री ने आकड़े भी रख दिए जाके देख लेना वेबसाइट पर


Rajender Kumar facts पे आधार पर सवाल किए मैंने जैसे आपने मुझसे किया कर्ज के माफ़ होने पर आप मुझे facts से जवाब दीजिए यही तो लोकतंत्र और बिल्कुल CBI अगर केजरीवाल जी की सरकार को क्लीन चिट देगी तो मैं स्वयं BJP से सवाल करूंगा अगर हम अपने नेताओ से सवाल नहीं करेंगे तो वो डरेंगे नहीं गलत काम करने से भाई जी इस राजनीति को समझने का प्रयास कीजिए जब दिल्ली मेें दंगे हुए तो केजरीवाल जी से सवाल नहीं किया था मैंने अमित शाह से किया था अपने नेताओ से सवाल करने की हिम्मत हैं मुझमे क्योंकि उस समय अमित शाह जिम्मेदार थे आज केजरीवाल जी की जिम्मेदारी हैं कि विपक्ष के सवाल का जवाब दे और वो संविधान के पद पर हैं उन्हें जवाब देना चाहिए


Rajender Kumar भाई मैं तो शराब पिता नहीं मेरा बस चले तो पूरे भारत मेें शराब बैन हो जाना चाहिए जहरीली शराब बेचने वालों पर UAPA लगना चाहिए और आप मुझे जानते नहीं तो फिर आपको कुछ पता नहीं तो ऐसे हवा मेें आपने write off और loan माफ़ी मेें अन्तर आपको नहीं पता किसी अर्थशास्त्री से संपर्क करो पहले इतना बेसिक knowledge नहीं हैं तुम्हें write off क्या होता और कर्ज माफी क्या होता हैं और आप सरकारी ठेके की बात कर रहे हैं कि विरोध करो मैं तो करता हूं विरोध मैं तो नशा विरोधी जब मुझे जानते नहीं तुम तो तुमने मुझे किस आधार पर मुझे कहा कि मुझे drugs पसंद मतलब झूठे आरोप लगा दोगे आपने कहा विधायक खरीदे बीजेपी ने मैं कह रहा हू आपसे कोर्ट जाओ साबित करो बीजेपी को expose करो सबूत हैं तो किसी ने रोका हैं आप पार्टी को


पडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल और देश के तमाम पुरखों ने मिलकर कई ऐसे संस्थानों की स्थापना की थी जो आगे चलकर हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ बने। इनमें से दो संस्थानों की स्थापना आज ही के दिन हुई थी- 1956 में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और 1964 में इंडियन ऑयल कॉपरेशन।

एलआईसी मात्र पांच करोड़ रुपये में शुरू की गई कंपनी थी जिसने देश के विकास में अब 35 लाख करोड़ से ज्यादा का योगदान दिया है। आज 30 करोड़ लोग इसके बीमाधारक हैं और तकरीबन 14 लाख लोगों को रोजगार मिलता है। इसी तरह इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन भारत की सबसे बड़ी तेल एवं गैस कंपनी है जिसे 'महारत्न' का दर्जा हासिल है। यह पूरे देश में लाखों लोगों को रोजगार देती है और जबरदस्त मुनाफे वाली कंपनी है।

इन कंपनियों को बनाने के पीछे का विचार ये था कि भारत जैसे देश में आम लोगों को ज्यादा से ज्यादा संसाधनों का फायदा मिले। इन कंपनियों की वजह से देश के युवाओं को लाखों की संख्या में रोजगार मिला। और लोगो को एलआईसी से बहुत कुछ फायदा हुआ और आज भी लोगों का विश्वाश एलआईसी पर ही रहता हे l अगर उस वक्त भी ऐसे नौटंकी बाज पढ़े लिखे बेवकूफ और झूठे आदमी होते तो आज देश कहां होता।


Rajender Kumar शराब कोई अमृत नहीं जिसे आपको शक्ति मिलती हैं और रही बात गुजरात मेें जहरीली शराब की जिसने भी बनाया उसे जेल मेें डालो और गए भी हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि शराब बहुत अच्छी हैं स्वास्थ के लिए अच्छा हैं मैं हमेशा से ही देश मेें सभी नशीली चीज के विरोध मेें तंबाकू सिगरेट भी क्योंकि देश को नीरज चोपड़ा चाहिए न कि शराबी मोदी जी को देखा हैं आपने कितने फिट हैं आप विरोध करिए मोदी जी का स्वागत हैं लेकिन वो आपसे उम्र मेें बढ़े भी और इस देश के PM जैसे केजरीवाल CM हैं मैंने कोई अपशब्द ईस्तेमाल नहीं किया Kejriwal जी के खिलाफ क्योंकि मैं भी जानता हू कोर्ट मेें ही साबित होता है देश मेें वैसे ही अगर आप विधायक खरीदने के आरोप लगाते हैं तो उसे आपको कोर्ट मेें ही साबित करना होगा क्योंकि वही असली जगह हैं सुनने की तबसे कह रहे थे केजरीवाल जी की 20 करोड़ का offer हैं मैं कहता हूं कि सबूत दे दे वीडियो या कोर्ट मेें जाए साबित हो गया तो गिरफ्तार करके जेल मेें डाले हवा मेें तो कोई आरोप लगाया जा सकता हैं जैसे pegusus पर विपक्ष ने लगाने की कोशिश की थी कोर्ट मेें रिपोर्ट आ गयी कोई pegusus नहीं मिला मोदी जी चाहे तो एक एक विपक्ष के नेता पर इस झूठे आरोप पर मानहानि का केस कर सकते तो विपक्ष को लिखित मेें माफ़ी मांगनी पढ़ जाएगी समझे


Why we call him Natwarlal

शीला दीक्षित ने अपने 15 साल के शासन में सिर्फ 3 बार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था !

लेकिन फ़्रॉडवाल मात्र 3 साल में ही 10 बार विधानसभा का विशेष सत्र बुला चुका है !

विधानसभा के अंदर कही गई किसी बात का, किसी आरोप पर मानहानि का केस दर्ज़ नहीं हो सकता
विधायकों के विपक्ष पर लगाये किसी भी आरोप पर जांच नहीं बैठ सकती इसीलिए जाली केजरीवाल का पूरा जाली-गिरोह विधानसभा के पटल पर ही प्रधानमंत्री और देश की संवैधानिक-संस्थाओं पर झूठे आरोप लगाता है

याद कीजिये, 2017 में 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में ज़ब केजरी की 99% सीटों पर ज़मानत जब्त हुई थी, तब इसने इवीएम को ही टारगेट किया था और साबित करने की कोशिश की थी कि हम तो पांचो राज्यों में सरकार बनाने वाले थे पर बीजेपी वालों ने इवीएम ही हैक कर लिया !

ज़ब चुनाव आयोग ने विपक्ष को सामने आकर इवीएम हैक करने की चुनौती दी तो सौरभ भारद्वाज विदेश भाग गया था

बात-बात में विधान-सभा का विशेष सत्र बुलाकर ट्रैश आरोप लगाने से इसे ये भी फायदा होता है कि मीडिया के सभी प्लेटफार्म इसे पूरा कवरेज देंगे

हालांकि कल केजरी का दाँव थोड़ा फ्लॉप कर गया क्योंकि उसी टाइम पर ग़ुलाम नबी आज़ाद की विस्फोटक प्रेस-वार्ता चैनलों पर छा गई !




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