ट्विन टावर वाली जगह पर अब बनेगा भव्य मंदिर? सुपरटेक के निवासियों ने उठाई मांग

ट्विन टावर की जगह मंदिर बनाने का प्रस्ताव | रिपोर्ट : आशुतोष मिश्रा

           

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IQrar Mirza मतलब 25 मंजिल की अनुमति थी लेकिन बनाई 32 मंजिल । अब नीचे दोनों टावर के बीच की दूरी सिर्फ 9 मीटर थी । अब अगर भूकंम्प आ जाय तो कोई बचेगा इस टावर में ? टावर तो छोड़ो पड़ोसियों को भी मारेगा और बिना भूकंप के ही भरभराकर गिर सकता था क्योकि low quality का matetial लगा था।

मिर्जा जी अब आप बताये स्कूल के बच्चों, गरीबो की जान तुम्हे सस्ती क्यो लगी ????
अगर इनको वहां रहने दिए जाय और दुर्घटना हो गयी तो कोई जवाब दे पाएगा ?? कॉमेंट सोच समझकर डालो तो बेहतर होगा ।


जनसंख्या अगर गरीबी का कारण होती तो चीन सबसे गरीब ओर नेपाल सबसे अमीर होता।
लेकिन 35 साल तक भीख माग कर खाने वाला जब ये बोलता है की जनसंख्या की वजह से गरीबी है तो।
85 % पूंजी देश के 15%,मनुवादिय्यो के पास है जिसमे से ज्यादातर काले धन के तोर पर ये काले अग्रेज टेक्स चोरी करते है।
दूसरा देश मे आरएसएस , आश्रम, बाबा , संत ये कोनसे मेहनत करते है,
ये भीख मागकर नालायक औलाद खा रही है जो इन्ही लोगो की वजह् से देश की ये हालत है। सब आश्रम, साधु संत को बंद करो भीख देना।
इनसे खेतो मे काम करवाओ फ्री का खाने को मिल जये इनको क्या तकलीफ है।
है ना गजब के भिखमगे लोग की जनसंख्या से गरीबी आती है।


Md Azaz Ansari जी, ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी स्कूल बंद होने की कगार में हैं वो तो सरकार ने मध्यान भोजन की व्यवस्था की हुई है तो वहां केवल भोजन करने के लिए दलित समुदाय के बच्चों के नाम लिखे हैं और आप तो अपने बच्चों को पहले स्लामिक मदरसों में पढ़ाएंगे ! न कि सरकारी स्कूलों में !! ध्यान रखिए आपकी भागेदारी समाज और देश कल्याण मे तब तक नगण्य रहेगी जब तक आप परिवार नियोजन और बच्चों की ऐसी शिक्षा मे ध्यान नहीं दोगे जिससे उसके मन में समाज के अन्य बच्चों से प्रतिस्पर्धात्मक विचार उत्पन्न हो सके ।


Akash Chaudhary ट्विन टावर इतना कमजोर नहीं था उसको गिराने के लिए 7 महीने की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी तब कहीं जाकर गिराया जा सका है, यदि उस टावर को मैनुअल तरीके से गिराया गया होता तो दो - तीन साल से अधिक का समय लगता, जब वह टावर अवैध रूप से इतना मजबूत बनाया गया था, जब कि सुपर मार्केट या मल्टीप्लेक्स कॉम्प्लेक्स बनाएँ जाने की जमीन खरीदी गई थी अब सीधे-सीधे दिख रहा है मंदिर के नाम पर वहाँ के लोगों ने जमीन कब्जा करने की कोशिश शुरू कर दिया है यह एक तरह से बहुत बड़ा अपराध है जो सोसायटी के लोग करने की कोशिश कर रहे है! सरकार बिल्डर की जमीन या तो खरीदे या कमर्शियल बाजर बनाए जाने के लिए पुनः विचार विमर्श करे यदि सोसायटी के लोग किसी अवैध निर्माण के लिए उसकी जमीन कब्जा करने जा रहे हैं तो सरकार पहले पूर्ण रूप से अपने कब्जे में ले ले या खरीद कर अपने इस्तेमाल के लिए रखे जमीन जिस तरह के लिए दिया गया था वही बनना चाहिए.


कभी सोचा कि तुम्हारी बौद्धिक क्षमता तुम्हारी पूर्वजों से बढ़ पाई कि नहीं यह सोचना जरूर क्योंकि लगभग 500 साल पहले क्या तुम्हारे पूर्वज की सोचने समझने की क्षमता इतनी ही थी जितना आज है यदि हां तो तुम विकास के क्षेत्र में कर रहे हो यदि नहीं तो आने वाला समय तुम्हारा कर्ज में जा रहा है दुर्भाग्य है कि जब हम गुलाम थे तभी इन्हीं मुद्दों पर खेल कर रहे थे और उसमें कई पीढ़ियां बीत गई लेकिन आज भी हम उन्हें दायरे में सोचने समझने की क्षमता रखते हैं तो हम कैसे मान लें कि हम बौद्धिक क्षमता हमारी पूर्व से अधिक है




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