1ºमंदिर में घंटा क्यूँ लटका होता है ?
इसका भी कुछ इतिहास रहा है वो इसीलिए होता है कि प्राचीन काल से ही मंदिर में देव दासी प्रथा चली आ रहीं है जिसमें समाज मे जिनके पास ज्यादा बेटी हो जाती थी या जिनके पास भरण पोषण में दिक्कत आती थी वो अपने पुत्री को इस बाबाओं के हवाले कर देती थी भगवान कोसेवा केलिए। इसी को देव दासी कहा जाता था ।बाबा लोग इसको अपना हवस का शिकारी बना लेता था। घंटी इसीलिए लटका दिया जाता था ताकि बाहर से कोई भी व्यक्ति आए तो पहले घंटी बजाय ताकि पुजारी बाबा अलर्ट हो जाय।
कभी कभी इस देव दासी को बच्चे भी हो जाते थे। जिनको हरिजन के नाम से संबोधित करते है। आज हरिजन शब्द इंडिया में सुप्रीम कोर्ट के अनुसार दंडनिय है