1ºजिस प्रकार एक नादान बालक कोई नादानी करे तो उसे क्षमा कर देना चाहिए ठीक उसी प्रकार गेहलोत जी ने कुछ ग्रामीण लोगों के समक्ष भाषण दिया था कि सरकार किसानों को उल्लू बना रही है पहाड़ी क्षेत्र में जहां भी विद्युत उत्पादन के संयंत्र लगें हैं वहां से जो पानी सिंचाई विभाग किसानों को पानी देता हु उस जल में कोई ताक़त यानी कोई ऊर्जा नहीं है सरकार पानी से बिजली निकाल लेती है और किसानों को बिना उर्जा का पानी देती है जिसकी वजह से फसलों पर असर पड़ता है शाबाश गहलोत जी आपकी सोच के सुनने वाले दिहाड़ी मजदूरी करने वाले मजदूरों से वाहवाही लूट रहे थे