1ºभाजपा .
अब वक्त आ गया है भाजपा पहचाने कौन अपना है और कौन पराया और सीधे उनके सुख दुख में शामिल हो और दूसरी पार्टियों की तरह से खुल के अपनो के साथ खड़ा हो .
और ज्यादा कानून न समझाएं मामूली लोगो को जो सिर्फ भाजपा के साथ हैं .?
और भाजपा के नेता हर छोटी बड़ी बात के लिए उपर वालों की नौटंकी समझाते है.
नहीं समझ आता है तो इस्तीफा क्यों नही दे देते .?
जल्द ही सबका बुखार उतर जायेगा ..?
वोटरों और समर्थको का इतना अपमान कभी नही देखा .?
जो भाजपा में देखा .?
नही तो हम जैसे तो यही कहेंगे हमे क्या मिला .
और नही सुधरे ये भाजपा वाले तो इनके वोटर भी इसी मूड में है .
नृप हो कोई हमे का हानि .