अगर लड़के स्कूल में धोती पहनना चाहें, तो पहननें दें? हिजाब बैन मामले में SC की टिप्पणी

अगर लड़के स्कूल में धोती पहनना चाहें, तो पहननें दें? हिजाब बैन मामले में SC की टिप्पणी | रिपोर्ट : Aneesha Mathur

           

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Riyaz Shaikh YOUR COMMENTS ARE SHOCKING. YOU MUST KNOW THAT BAIL IS THE RIGHT OF A PERSON UNDER THE CONSTITUTION. BUT BAIL IS DENIED ONLY TO THOSE WHO BOOKED UNDER SPECIAL LAW.GOVT HAS NOTHING TO DO WITH THESE CASES.THIS IS THE JOB OF AGENCIES WHICH WORKED INDEPENDENTLY.IF YOU THINK MR MODI ASK THESE AGENCIES TO CARRY OUT THE JOB AS PER HIS WISH THEN YOU ARE UNDER THE INFLUENCE OF PEOOLE WHO HAVE VESTED INTEREST AND SPREAD SUCH NEWS.
NEXT IS THE COURSE OF LAW WHOCH WILL BE FOUGHT IN COURT.THE AGENCIES HAVE THEIR OWN LEGAL TEAM WHO WILL TEPRESENT THEM.


प्र. महमूद गजनवी ने सोमनाथ का मंदिर क्यों तोड़ा ?
उ. वह नूपुर शर्मा के बयान से नाराज था
प्र. बख्तियार खिलजी ने नालंदा विश्वविद्यालय क्यों जलाया था?
उ. उसे नूपुर शर्मा की बात से गुस्सा आ गया था
प्र. अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ पर हमला क्यों किया था ?
उ. वह नूपुर शर्मा को सबक सिखाना चाहता था

प्र. बाबर ने अयोध्या में राम मंदिर को क्यों तोड़ा था ?
उ. नूपुर शर्मा की बातों से उसका दिल टूट गया था

प्र. औरंगजेब ने काशी और मथुरा के मंदिर क्यों तोड़े थे ?
उ. वह नूपुर शर्मा की गुस्ताखी का बदला लेना चाहता था

प्र. अब्दाली ने भारत पर हमला क्यों किया था ?
उ. नूपुर शर्मा ने उसकी भावनाओं को आहत किया था

प्र. जिन्ना ने अलग पाकिस्तान का निर्माण क्यों कराया था ?
उ. वो ऐसे देश में नही रहना चाहता था जहां नूपुर शर्मा रहती हो

प्र. कश्मीर में कश्मीरी पंडितों को क्यों मारा भगाया गया ?
उ. क्योंकि नूपुर शर्मा भी पंडित थी ?

प्र. कसाब ने मुंबई के ताज होटल पर हमला क्यों किया था ?
उ. उसे खबर मिली थी कि नूपुर शर्मा वहां ठहरी हुई हैं


*हिजाब विवाद में याचिकाकर्ता की दलील- सेक्युलर देश में स्कूलों में हिजाब पर बैन क्यों?, SC बोला- सेक्युलर शब्द मूल संविधान में ही नहीं, यहां दिक्कत केवल एक समुदाय को है बाकी सब तो पालन कर रहें हैं*

कर्नाटक हिजाब विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस सुधांशु धूलिया की बेंच में सुनवाई हुई. इस दौरान याचिकाकर्ता के वकील देवदत्त कामत ने पक्ष रखते हुए हिजाब बैन के खिलाफ जोरदार दलीलें दीं. लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक कामत ने कहा कि केंद्र की ओर से संचालित केंद्रीय विद्यालय में हिजाब बैन नहीं है, जबकि कर्नाटक सरकार ने एक धर्म को टारगेट करने के लिए हिजाब पर बैन लगाया. जब वकील कामत ने कहा कि कई स्‍टूडेंट रद्राक्ष और क्रॉस को धार्मिक प्रतीक के तौर पर पहनते हैं तो जज ने कहा, रुद्राक्ष, यज्ञोपवीत आदि बाहर से नहीं दिखता. वो सब यूनिफॉर्म के अंदर होते हैं.यूनिफॉर्म पर कोई असर नहीं दिखता.

कामत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को यह देखना होगा कि क्या स्कूल के भीतर अनुच्छेद 19 (व्यक्तिगत स्वतंत्रता) या 25 (धर्म के पालन का अधिकार) लागू नहीं होता? हम चाहेंगे कि इस मसले को संवैधानिक बेंच में भेजा जाए. मामले की अगली सुनवाई कल यानी होगी.

सुप्रीम कोर्ट और वकील के बीच लंबी बहस के बाद जस्टिस गुप्‍ता ने कहा, यहां समस्या यह है कि एक विशेष समुदाय एक हेडस्कार्फ़ (हिजाब) पर जोर दे रहा है जबकि अन्य सभी समुदाय ड्रेस कोड का पालन कर रहे हैं. अन्‍य समुदाय के छात्र यह नहीं कह रहे हैं कि हम यह और वह पहनना चाहते हैं. जब वकील कामत ने कहा कि कई स्‍टूडेंट रद्राक्ष और क्रॉस को धार्मिक प्रतीक के तौर पर पहनते हैं तो जज ने कहा, रुद्राक्ष, यज्ञोपवीत आदि बाहर से नहीं दिखता. वो सब यूनिफॉर्म के अंदर होते हैं.यूनिफॉर्म पर कोई असर नहीं दिखता.

*सुनवाई के अंश-*
*जस्टिस गुप्ता-* हम एक कंजर्वेटिव सोसाइटी हैं, आप अमेरिका और कनाडा के फैसलों के बारे में न बताएं.

*एडवोकेट कामत-* हम एक सेक्युलर देश है. यहां रुद्राक्ष और क्रॉस दोनों पहनने की इजाजत है.

*जस्टिस गुप्ता-* क्या संविधान के मूल में सेक्युलर शब्द है? 1976 में इसे जोड़ा गया है.

*एडवोकेट कामत-* मैं शब्द पर नहीं जा रहा हूं. राज्य सरकार के दबाव की वजह से स्कूलों में हिजाब बैन किया गया.

*जस्टिस गुप्ता-* आपको स्कूलों में हिजाब पहनने से रोका गया है, न कि बाहर.

*एडवोकेट कामत-* व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर रोक तब लगती है जब वह कानून-व्यवस्था या नैतिकता के विरुद्ध हो. लड़कियों का हिजाब पहनना न कानून-व्यवस्था के खिलाफ है, न नैतिकता के.