घर में सुख-शांति के लिए राजस्थान से बुलाया पंडित,सत्यनारायण भगवान की कथा सुनी और फिर काट लिया का

घर में सुख-शांति के लिए राजस्थान से बुलाया पंडित,सत्यनारायण भगवान की कथा सुनी और फिर काट लिया कान #Rajasthan #Crime

           

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Amardeep Singh हलाला क्या है।
मानो अकबर ने जोधाबाइ से निकाह किया ।
फिर अकबर ने जोधाबाइ को तलाक दिया महर वापस किया।
अब अकबर और जोधाबाइ एक दुसरे के अनजान हो गया
तलाक या विवाह विच्छेद होने के बाद शायद ही दुनिया में दुबारा उसी लङकी से पुनर्विवाह होता है ।
99.99% लोग जिस लङकी से तलाक लेते हैं उससे दुबारा पुनर्विवाह नहीं करते है।
.01% लोग वो जो पुनर्विवाह करते है उन्हे हलाला जैसे कठोर कानून का फालो करना ही पङता है।
इसका मतलब यह है पहली बात अलग मत होना अलग होगे वह लङकी दुसरे से निकाह करेगी यही दुसरा आदमी तलाक देगा तो पहले के पास जाएँगी ।अगर नहीं देता है तो कोई जबरदस्ती भी नहीं कर सकता


Kushal Malviya हमारे किसी मित्र के घर के पास ही एक उजड़ा हुआ भूतिया सा घर है, पूछने पर पता चला, की इस घर में एक बार कोई ग्रह प्रवेश की पूजा, हवन हुआ था, जिसमें आने वाले ब्राह्मण का काफी मज़ाक उड़ाया गया था, तो जाते समय वो पंडित जी, उस घर में एक श्राप छोड़ गए, उस दिन के बाद उस घर में कोई खुशखबरी नहीं आई, और अब ये हाल है, वैसे तो ऐसी बातों पर विश्वास नहीं होता पर ऐसे साक्ष्य देख कर,आस पास के लोगों से सुनकर अजीब लगता है, वैसे वो पंडित जी अभी भी बढ़िया से हैं,काफी कर्मकांड करवाते रहते हैं, पर आस पास के लोग उसने कुछ डरते भी हैं, पता नहीं क्यों


Babbu Singh Thakur हमारे किसी मित्र के घर के पास ही काफी सारी बढ़िया बढ़िया कोठियां हैं,पर उनके बीच में कोई एक उजड़ा हुआ भूतिया सा घर है, पूछने पर पता चला, की इस घर में एक बार कोई ग्रह प्रवेश की पूजा, हवन हुआ था, जिसमें आने वाले ब्राह्मण का काफी मज़ाक उड़ाया गया था, तो जाते समय वो पंडित जी, उस घर में एक श्राप छोड़ गए, उस दिन के बाद उस घर में कोई खुशखबरी नहीं आई, और अब ये हाल है, वैसे तो ऐसी बातों पर विश्वास नहीं होता पर ऐसे साक्ष्य देख कर,आस पास के लोगों से सुनकर अजीब लगता है, वैसे वो पंडित जी अभी भी बढ़िया से हैं, और गांधीवादी हैं, शांति के साथ काफी कर्मकांड करवाते रहते हैं, पर आस पास के लोग उनसे कुछ डरते भी हैं, पता नहीं क्यों, वैसे आप भी उनको अपने घर बुला सकते हो


जितने भी पंडित लोगों ने अभद्र कमेंट किया मुझ पर मै उन पंडितों से मै पूछना चाहूँगा क्या भगवान मिलाने के ठेकेदार तुम्हीं लोग हो बिना तुम लोगों के भगवान किसी को नहीं मिलता क्या जितना तुम लोगों ने हिंदुस्तान को जातिवाद में बांटा उतना किसी ने भी भारत में जातिवाद नहीं फैलाया आज भी तुम लोग ठाकुर पंडित को छोड़कर किसी और जाति के हाँथ बना हुआ खाना तुम लोग खाना नहीं चाहते हो क्योंकि तुम लोगों के दिमाग में जो अन्य जातियाँ है उनके प्रति हीन भावना भरी ही रहती है और यही कारण हैं जब मुगलों ने आक्रमण किया भारत पर तब राजपूत लोग ही लड़े है अन्य जातियाँ लड़ी ही नहीं मुगलों से क्योंकि तुम लोगों ने अन्य जातियों को मंदिर में प्रवेश से ही मना कर रखा था इसीलिए अन्य जातियों का कहना था दिल्ली में राजा कोई भी हो हमें क्या हमें तो इससे आगे बढ़ने का अधिकार ही नहीं फिर मुगलों से टक्कर किसने सिर्फ राजपूतों ने छोटी-छोटी उम्र के राजपूतों को तुमने शहीद करा दिया दिया और जो राजपूतों की विधवायें थी तुमने उनको भी जौहर प्रथा के नाम पर अग्नि में झोंककर स्वाहा कर दिया तुम लोगों को शर्म तो आयी नहीं और पंडितों तुम तो मुगलों से ज्यादा लड़े ही नहीं क्योंकि तुम लोगों ने राजपूतों को मूर्ख बनाकर राजा बना दिया और तुम लोग उसी राजवाड़े का मजा लूट रहे थे राजपूत राजाओं का गुरु घंटाल बनकर अगर तुम लोग वाकई देश से जातिवाद की बीमारी हटाना चाहते हो पहले दलितों का बनाया हुआ भोजन उनके साथ बैठकर करना शुरू करना शुरू करोगे तभी सारे हिंदू एकत्र हो पायेंगे और पंडितों तुम लोग भगवान के नाम पर जो वेश्यावृत्ति का धंधा करते हो दूसरो के साथ वह भी त्यागना पडेगा पंडितों