1ºगुजरात में द्वारका मंदिर के समीप एक टापू है जिसे बेट द्वारका कहते हैं। इसका सांस्कृतिक महत्व द्वारका से कम भी नहीं है। (टापू को गुजराती में बेट कहते हैं)। द्वारका से बेट द्वारका नाव द्वारा ही जाया जा सकता है। लगभग सभी नाव एक विशेष समुदाय के लोगों की हैं जो धीरे धीरे बेट द्वारका में ही रहने लगे।
इस बेट द्वारका में पिछले कुछ वर्षों से मजार व दरगाहें बनने लगी। परन्तु , प्रशासन तब चौंक गया जब वक्फ बोर्ड ने बेट द्वारका पर अपना दावा ठोक दिया।
पिछले सप्ताह सभी अनधिकृत निर्माण को हटाने की कार्रवाई हुई। इस कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी की गयी है। कहीं से विरोध नहीं हुआ। अधिकारियों के अनुसार अचरज तो इस बात का है कि किसी भी मजार के नीचे किसी भी तरह के अवशेष नहीं मिले।
क्या देश के अन्य क्षेत्रों में अचानक से प्रकट होनेवाली मजारें भी ऐसी ही होंगीं?