1ºसभी मित्रों को विजयदशमी के पावनपर्व की कोटिशः मंगलकामनाएं।
नवरात्रि में गरबा और डांडिया के आयोजन स्थलों में जो लोग जाते हैं उनमें दो तरह के होते हैं,एक तो अपने धर्म के प्रति आस्था के अनुसार एकत्र होते हैं,दूसरे वो होते हैं,जो हाथ मे कलावा बांधकर डांडिया में एकत्र होते हैं,उनका उद्देश्य हमारी धार्मिक आस्था को चोट पहुंचाने की मंशा और नृत्य कर रही हमारी बहन बेटियों की फोटो और वीडियो बनाने और बाद में उनसे छेड़छाड़ करने मंशा होती है।
हमारे सेक्युलर हिन्दू भाई जिस तरह इन दूसरे तरह वालों की तरफदारी करते है,वो घातक ही सिद्ध होता जा रहा है,क्योंकि उनका एकमात्र उद्देश्य ही हिन्दू पर्वों में अव्यवस्था फैलवाना और मौका मिलने पर फटाफट हिंसात्मक कार्यवाही शुरू करना,क्योंकि वो इसके लिए संसाधनों से लैस होकर 24×7 तैयार रहते हैं।आप बचाव में भागते हैं,वो हमलावर हमले पर हमले करते है।
ये अत्यंत कठिन समय है राष्ट्र के लिए,क्योंकि राष्ट्रविरोधी ताकतों जैसे पीएफआई और एसडीपीआई के टारगेट 2047 इंडिया ए इस्लामिक स्टेट की बात को आप हवा में भले उड़ा दें,मगर ये काफी खतरनाक इसलिये है,क्योंकि हमारे सेक्युलर हिन्दू भाई,और करीब करीब सारे विपक्षीगण,इनकी पैरवी में लगे है,इसलिये, किसी शुक्ला,मिश्रा,पांडे आदि की ऑईडी से विद्रूपता पूर्ण टिप्पणी पढ़ें तो समझ लें कि ये वही दूसरे तरह वाले हैं,जो कलावा बाँधकर डांडिया पांडाल में घुसते है,जिनका उद्देश्य ही हमारी भावनाओं को चोट पहुंचाना है।
वैसे हमारे गुजराती भाई,अपने मोटा भाई के साथ पिछले 27 सालों से एकजुट होकर खड़े है।मगर इस बार गुजरात मे एक छोटा भाई भी अपनी टीम लेकर घुस गया है,जो मुफ्त मुफ्त के नाम पर हिंदुओं का सब लूटकर,अपनी टीम मेम्बरों की जय जय करता है।हे कट्टर ईमानदार जी आपकी जय हों।