ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला पर भी लगा प्रतिबंध, पहले पैदल निकलने की थी इजाजत

ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला पर भी लगा प्रतिबंध, पहले पैदल निकलने की थी इजाजत

           

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हा सही हे वहा भी बीजेपी की ही सरकार हे । भरपाई के लिये कुछ तो दिखाना पडेगा जिम्मेवार कोन गलती किसकी जवाबदेही किसकी। कम्पनी को ठेका दिया उसने पहले कितने ब्रिज मेनटेनेँस की ये भी बताये जनता को नीजी कंपनी ने मुनाफाखोरी के चक्कर मे बिना फिटनेस सर्टिफ़िकेट लिये ब्रिज खोल दिया । वो सरकारी कर्मचारी जिनका काम हे ये देखना उन्होने कारवाही नही की । विज्ञापन छपे र्हे वहा के अखब़ारों मे पुल के खुलने के निगम उदासीन केसे रहा । ।
इतनी भीड केसे कर दी । 50 100 आदमी आते-जाते रहते तो ठीक कमाने के चक्कर मे इतने लोगो को एक साथ टिकट दे दिया । लक्ष्मण झूले की सही ईमानदारी से स्वास्थ्य परिक्षण करने के बजाय बंद कर देने से समस्या का समाधान हे क्या । ये इतने पुल अस्पताल हाईवे टुट रहे हे ये भ्रस्टाचार हो रहा हे आखे बंद कर मिडिया विज्ञापन प्रवक्ता बना खबरे सत्ता पक्ष मे घड रहा हे हर बात का दोष नेहरु गांधी विपक्षियों को ठहरा दिया जा रहा हे


लक्ष्मण झूला और राम झूला इन दोनों पुलों का क्या स्थिति है इस पर जरा आकलन करो भारत देश में जितने भी झूला पुल हैं उनकी गुणवत्ता को देखो क्या यहां जी चल सकती हैं शांति के साथ जय इनके रखरखाव और मेंटेनेंस में बदलाव की सख्त जरूरत है ऋषिकेश का लक्ष्मण झूला और राम झूला पर लोगों का हाल-चाल बहुत अधिक दबाव होता वर्तमान में क्या है यह तो किसी से छुपा हुआ नहीं है उपयुक्त दोनों लॉन्ग का रखरखाव और उत्तराखंड में जितने भी झूला पुल हैं और देश के अंदर भी जो झूला पुल हैं उन सब के रखरखाव पर कोई ठोस नीति बनाओ