1ºजिन्हें ये पैसे की बर्बादी लग रही हैं उन्हें ये भी मालूम होना चाहिए कि देश के चार लाख मन्दिर सरकारों के कब्जे में हैं जिनसे चढ़ावे के लगभग एक लाख करोड़ रुपये सरकार के खजाने में जाते हैं । और हम हिन्दू मंदिर में पैसा सरकार का खजाना भरने के लिए नही देते है बल्कि विभिन्न सेवा कार्यों और त्योहारों में मंदिर की साजसज्जा आदि के लिए देते हैं ।
लेकिन पहले की सरकारें जब यही पैसा दूसरे धर्म के लोगों या उनके धर्मस्थलों के लिए खर्च कर रही थी तब सब ठीक लग रहा था । लेकिन आज जब मन्दिर के पैसा मन्दिर के लिए खर्च किया जा रहा है तो कुछ लोगों को बड़ी परेशानी हो रही हैं ।