1ºजब हिन्दू धर्म मे अभी शादी की लग्न (मुहूर्त) ही नही है तो किस प्रकार के शादी से लौट रहे थे?
क्या कोई दूसरे रीति रिवाज से शादी कर के लौट रहे थे?
अब पता चल गया होगा परिवार में शुभ अशुभ मुहूर्त की बात।
जब इंसान भगवान से अपने आप को ऊप्पर समझता है तो अपशकुन होना तय है।
ईस्वर को जो नजरअंदाज किया है उसका विनाश ही हुआ है चाहे वे पृथ्वी के कोई भी हो उदाहरण आप देखिए ईस्वर के पूजा न करने वाले या दिन भर ईस्वर पर भद्दी टिप्पणी करनेवाले आर्थिक,सामाजिक एवं शारीरिक रूप से पिछड़े है और रहेंगे।
अंत मे यही कहूंगा ईस्वर अपने चरणों मे स्थान दे इन्हें।
2ºMaster Sohan Dildaar भाई साहब यह कोई बात नहीं होती है कि ट्रक ट्राला और बड़े बड़े वाहन हाईवे पर किनारे सड़क के खड़े कर दिए जाएं यह भी बहुत गलत हैं अधिकतर हाईवे पर जो दुर्घटनाएं हो रही हैं उसका कारण केवल बड़ी गाड़ियां है जो अपने मनमर्जी के हिसाब से कहीं भी खड़ी कर देते हैं यहां तक की यह लोग जल्दी निकलने के चक्कर में रॉन्ग साइड से भी चलने में नहीं डरते हैं क्योंकि उनको मालूम होता है कि दुर्घटना हमेशा छोटे वाहन का ही होगा बड़े वाहन को कुछ नहीं होता है इन पर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है